इंडस्ट्रियल एरिया फेस 1 CTU के पास गऊशाला की हालत दयनीय

  • 500 गोबर के ट्रक के बीच फँस कर मर रहें हैं गाय, बैल, बछड़े, आधिकारी लापरवाह
  • खाने के नाम पर सुखी तूरी व भूसा मिलता है ,6 महीने से नहीं हुईं  खाने के लिये चोकर की सप्लाई

संदीप सैंडी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़–30 अगस्त :

चंडीगढ़-गऊ सेवा समिति चंडीगढ़ के अध्यक्ष शशी शंकर तिवारी ,महासचिव तिलक सिंह राजपूत ने चंडीगढ़ नगर निगम गऊशालाओं मे गऊ माताओं व नन्दनियो के साथ हो रहें अत्याचार के खिलाफ़ आवाज उठाते हुऐ कहाँ की 500 से ज़्यादा ट्रक के गोबर गऊशाला के अंतर्गत भरे पड़े हुऐ हैं।

एक बार जो गाय बैल बछड़े आदि उस गोबर के  ढ़ेर मे घूँस जातें हैं तो उनका निकलना मुश्किल होता हैं और उनका मरना निश्चित हो जाता हैं। ऐसे ही गाय बैल बछड़े गऊशाला मे मरे पड़े हैं कोई भी निगम का अधिकारी इन बेजुबान जानवरों को देखने के लिये तैयार नही हैं। खाने मे इनको सुखी तूरी मिल रही हैं ,चोकर गऊशाला मे 6 महीने से ज़्यादा हो गया हैं आया ही नही हैं। गायों के पानी पीने की बनाई हुईं जगह पर गोबर ही गोबर हैं। घायल गायों के उपचार के लिये कोई व्यवस्था नही दिख रही हैं। वैसे ही घाव लिये गाय धूप मे तड़पती रहती हैं। हज़ारों की संख्या मे गाय बैल हैं ,अधिकारियों से बात करो तो कहते हैं इनको हरा चारा खाने को मिल रहा हैं। हरा चारा कब आता हैं इसका कोई लेखा जोखा नही हैं। अगर दानी सजन हरा चारा इत्यादि ना डाले तो यह भूख के मारे वैसे ही ये जानवर मर जाए।

500 ट्रक से ज़्यादा गोबरो के बारें मे जब अधिकारियों से बात की तो उनका जवाब हैं की ठेकेदार गोबर नही उठा रहा हैं हम क्या करें इसका मतलब ये हुआ की गाय मरे तो मरे लेकिन आधिकारी कुछ ना करें। एक तरफ तो चंडीगढ़ शहर की जनता गऊशेश के नाम  पर टेक्स दें रही हैं ,तो आखिर गऊशालाओ की स्तिथि सुधरने की जगह और बिगड़ती क्यूँ जा रही हैं। शशी शंकर तिवारी एवम तिलक सिंह ने चंडीगढ़ महापौर एवम कमिश्नर से मांग की ,की गऊशाला की स्तिथि को सुधारा जाए। गऊशालाओं का दौरा करने की मांग की ,की आप  खुद आकर देखें की इस सिटी ब्यूटीफुल मे गऊओं के साथ गऊशालाओं के अंतर्गत  कैसा अत्याचार हो रहा हैं। अगर 1 सप्ताह के अंतर्गत मे गऊशाला की स्तिथि नही सुधरी तो गऊ सेवा समिति ,इसके लिये धरना प्रदर्शन भी शुरू करेगी।