शिवसेना के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष मुकेश बावा ने पार्टी से दिया इस्तीफ़ा
- संगठनात्मक दृष्टि से पार्टी हाईकमान द्वारा हरियाणा को किया जा रहा है अनदेखा : मुकेश बावा
सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 28 अगस्त :
शिवसेना बालासाहेब ठाकरे संगठन में लगभग 24 वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहकर समर्पण भाव से पार्टी और सर्वसमाज के लिए कार्य करने वाले मुकेश बावा ने बड़ा फैसला लेते हुए शिवसेना पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है। बावा ने पार्टी हाईकमान को लिखित रूप में त्यागपत्र भेज दिया है।
मुकेश बावा वर्तमान समय में शिवसेना पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कार्य कर रहे थे। पार्टी पदाधिकारियों द्वारा दिए गए विभिन्न प्रकार के आश्वासन को पूरा न करने और संगठनात्मक कलह के चलते मुकेश बावा ने पार्टी के पद और सदस्यता से त्यागपत्र देने का ऐलान किया है। मुकेश बावा ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता के दौरान दी। बावा ने बताया कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत शिवसेना पार्टी से की थी,संगठन व समाज हित में उनके द्वारा किए गए कार्यों के परिणास्वरूप उन्हें वर्ष 2000 में युवा शिवसेना का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके पश्चात शिवसेना हाई कमान के द्वारा वर्ष 2014 में मुकेश बावा को शिवसेना का हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए हरियाणा में पार्टी का प्रचार प्रसार किया तथा हरियाणा के 14 जिलों में कार्यकारणी गठित करके शिवसेना को मजबूत करने का काम किया। बावा ने कहा कि पिछले लंबे समय पार्टी की गतिविधियों को चलाने में आर्थिक रूप से समस्या आ रही है तथा पार्टी हाईकमान को भी इस बारे में भलीभांति पता है परंतु अभी तक किसी प्रकार से संज्ञान नही लिया गया। जिसके चलते उन्होंने पार्टी की सदस्यता व पद से त्यागपत्र देने का फैसला लिया है। बावा ने कहा कि किसी भी संगठन या राजनीतिक दल को चलाने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम होना अति आवश्यक है परंतु वर्तमान समय में आपसी कलह के चलते शिवसेना संगठन हाईकमान हरियाणा प्रदेश को अनदेखा कर रहा है जिसके कारण उन्हें त्यागपत्र देने का निर्णय लेना पड़ा। बावा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी किसी अन्य राजनीतिक दल में नही जाएंगे। हालांकि उनका कहना है कि उनके पास कई राजनीतिक पार्टियों से न्यौता आ चुका है।