पढ़े-लिखे नौजवानों के प्रवास करने के रुझान को रोकने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार द्वारा ब्रिटिश कौंसिल के साथ समझौता सहीबद्ध
पंजाबी नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करने के लिए अंग्रेज़ी भाषा में माहिर बनाने के लिए उठाया कदम
मुख्यमंत्री ने नवीन प्रयास को पंजाबी नौजवानों की भलाई के लिए ऐतिहासिक कदम बताया
सरकारी कॉलेजों के पाँच हज़ार विद्यार्थियों के लिए पायलट प्रोजैक्ट होगा लागू
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार की तरफ से निवेकली पहलकदमी के अंतर्गत नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करने के लिए ब्रिटिश कौंसिल एजुकेशन इंडिया प्राईवेट लिमिटिड ( बी. सी. ई. आई. पी. एल.) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
समझौते पर पंजाब सरकार की तरफ़ से उच्च शिक्षा विभाग के डायरैक्टर डा. अमरपाल सिंह और ब्रिटिश कौंसिल के एम. डी. डंकन विल्सन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और चंडीगढ़ में इंग्लैंड के डिप्टी हाई कमिशनर कैरोलाईन रोवैट ने हस्ताक्षर किये।
यह समझौता पूरा होने पर उच्च शिक्षा विभाग को मुबारकबाद देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में यह दिन सुनहरी अक्षरों के साथ लिखा गया है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से उच्च शिक्षा विभाग के अधीन सरकारी कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए ‘इंग्लिश फार वर्क’ के लिए प्रशिक्षण कोर्स शुरू करने का रास्ता साफ होगा। भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि इससे पंजाब के नौजवानों में रोज़गार अनुकूल महारत निखारने में मदद मिलेगी और नौजवान औद्योगिक और सेवा क्षेत्र में अपने के लिए नौकरियों के अधिक मौके हासिल कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इससे नौजवानों को भारत में ही रह कर काम करने का उत्साह मिलेगा और वह पंजाब की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में योगदान डालेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य से हुनरमंद नौजवानों के प्रवास के रुझान को विपरीत चक्कर देने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रोजैक्ट के हिस्से के तौर पर विद्यार्थी काम के लिए अंग्रेज़ी के एक ‘लेवल’ की पढ़ाई करेंगे, जिससे अंग्रेज़ी जानने के कारण उनमें रोज़गार अनुकूल महारत पैदा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘इंग्लिश फार वर्क’ एक ऐसा मिश्रित कोर्स है, जिसमें काम जैसे असली हालात में इस्तेमाल की जाने वाली अंग्रेज़ी भाषा सीखने पर ध्यान केन्द्रित होगा। उन्होंने कहा कि इसमें लिसनिंग (सुनने), रीडिंग (पढ़ने), राइटिंग ( लिखने) और स्पीकिंग (बोलने) समेत व्याकरण, मात्राओं का उच्चारण और शब्दावली पर ध्यान दिया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि इस समझौते के अंतर्गत यह प्रोजैक्ट शैक्षिक सैशन 2023-24 से राज्य के सरकारी कॉलेजों में पाँच हज़ार विद्यार्थियों के लिए पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘इंग्लिश फार वर्क’ एक ऐसा आनलाइन मिश्रित लर्निंग कोर्स है, जो लाइव इंटरऐकटिव क्लासों के साथ ख़ुद पढ़ने के लचीले सिद्धांत के साथ ‘फ्लिप्पड क्लासरूम’ संकल्प का प्रयोग करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे विद्यार्थी पेशेवर हालात में आत्म-विश्वास के साथ अपनी बात कहने के लिए अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग करने के योग्य होंगे। भगवंत मान ने आगे कहा कि इसमें एक आगामी मूल्यांकन परीक्षा होगी जिससे विद्यार्थियों के मौजूदा स्तर का पता लगाया जाये। कोर्स मुकम्मल होने पर विद्यार्थियों का एक बार फिर मूल्यांकन होगा, जिसके बाद उनको सर्टिफिकेट दिया जायेगा।