पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की आईएसआई हिमायत प्राप्त सरहद पार नशा तस्करी माड्यूल का किया पर्दाफाश; दो गुर्गे पिस्तौलों सहित काबू

मुख्यमंत्री भगवंत मान के स्वप्न अनुसार पंजाब पुलिस पंजाब सुरक्षित राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध

गिरफ़्तार किये व्यक्ति राजस्थान में व्यापारिक मात्रा में नशों की तस्करी केस में भी हैं ज़रुरी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के मद्देनज़र चल रही मुहिम के अंतर्गत पंजाब पुलिस ने मोहाली से पाकिस्तान की आई. एस. आई की हिमायत प्राप्त एक सरहद पार तस्करी माड्यूल के दो गुर्गों की गिरफ़्तारी के साथ इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी देते हुये ए. आई. जी. एस. एस. ओ. सी., एस. ए. एस. नगर, अश्वनी कपूर ने आज बताया कि बताया कि पुलिस टीमों ने इनके पास से .30 बोर की दो पिस्तौलें सहित दस जिंदा कारतूस भी बरामद किये हैं। गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा उर्फ अरमान चौहान निवासी गाँव कोट इसे खां ज़िला मोगा और रोहित सिंह निवासी राजस्थान श्री गंगानगर के तौर पर हुई है।

गिरफ़्तार किये गए दोनों व्यक्ति आपराधिक पृष्टभूमि वाले हैं और उनके विरुद्ध पंजाब में ऐनडीपीऐस एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज हैं, जबकि उक्त राजस्थान में भी व्यापारिक मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी से संबंधित दर्ज केस में भी एन. सी. बी. को वांछित हैं। ए. आई. जी. अश्वनी कपूर ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि गिरफ़्तार किये गए व्यक्ति सरहद पार तस्करी के एक उच्च संगठित माड्यूल के मुख्य मैंबर हैं, जिनके पाकिस्तान स्थित नशा तस्करों के साथ सीधे सम्बन्ध हैं। उन्होंने कहा कि यह माड्यूल भारत- पाकिस्तान सरहद पार से नशीले पदार्थों की तस्करी में सक्रियता से शामिल थे, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा ख़तरा है। मुलजिम गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा, जोकि पेशे से एक माडल और गायक है, ने हवाला ( गैर-कानूनी और गुप्त तरीके से पैसा इधर-उधर करना) के द्वारा फंड ट्रांसफर करने, जो सरहद पार तस्करी की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, में अहम भूमिका निभाई। दूसरा दोषी रोहित सिंह, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा के द्वारा राजस्थान और पंजाब सरहद के साथ- के साथ पाकिस्तानी इकाईयों को लोकेशन कोआरडीनेट की जानकारी उपलब्ध कराता था और इस तरह ड्रोन के द्वारा हेरोइन की खेप बरामद करने की सुविधा देता था। एआईजी ने कहा कि इस माड्यूल से जुड़े अन्य व्यक्तियों की पहचान करने और काबू करने के लिए आगे जांच जारी है।