डॉ. सुमिता मिश्रा, आईएएस ने हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना की करी समीक्षा
- गांवों में विकास गतिविधियों की प्रगति की निगरानी करें अधिकारी
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 16 जून :
डॉ. सुमिता मिश्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान तथा महिला एवं बाल विकास विभाग, जो पंचकूला की जिला प्रभारी भी हैं, ने आज यहां ग्राम संरक्षकों के साथ बैठक की कर हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना की समीक्षा की। बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, जिले के ग्राम संरक्षक व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान डॉ. सुमिता मिश्रा ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना के तहत गोद लिए गए गांवों का दौरा कर ऐसे सभी गांवों में विकास गतिविधियों की प्रगति की निगरानी करें। उन्होंने प्रदेश के नागरिकों की सेवा करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए गांवों में समर्पण व लगन के साथ कार्य करने के महत्व पर भी बल दिया। ग्राम संरक्षकों को संबोधित करते हुए एसीएस ने ग्राम पंचायतों में विकास से संबंधित किसी भी मामले को हल करने में प्रभावी समन्वय की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। इस पर उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि जिला प्रशासन इस समन्वय को सुगम बनाने के लिए आवश्यक सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। योजना का प्राथमिक उद्देश्य ग्राम संरक्षक के रूप में कार्यरत राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी के साथ ग्राम पंचायतों के गतिशील और समग्र विकास के लिए एक ढांचा स्थापित करना है। अखिल भारतीय सेवा या राज्य सेवा सहित विभिन्न विभागों के प्रत्येक ग्रुप-ए अधिकारी को इस योजना के तहत जिले में एक गांव सौंपा गया है। पंचकुला जिले में 135 गाँव हैं। इसके अतिरिक्त, एसीएस ने हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत की जा रही गतिविधियों की भी समीक्षा की जो सार्वजनिक संवादों को सुविधाजनक बनाने, सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से सामुदायिक मुद्दों का त्वरित समाधान प्रदान करने और आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने पर केंद्रित है।