पुरुष आयोग बनाने को लेकर विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख शांडिल्य ने लिखा गृहमंत्री अमित शाह को पत्र
- विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख शांडिल्य ने अमित शाह को भेजे पत्र में कहा : यौन शोषण व पोक्सो एक्ट का कोई भी दुरूपयोग न करें इसको लेकर संसद में कानून आएं
- अगर यौन शोषण व पोक्सो के आरोप फर्जी पाएं जाते है तो उतना ही सजा शिकायत देने वाली महिला को भी दी जाए : वीरेश शांडिल्य
- पुरुष समाज पर यौन शोषण व पोक्सो एक्ट के तहत झूठे आरोप लगाने पर महिला समाज पुरुषों के समर्थन में उतरे : शांडिल्य
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 16 जून :
जिस तरह देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला आयोग है इसी तरह देश में पुरुषों को सुरक्षा व सरंक्षण देने के लिए पुरुष आयोग का गठन किया जाए इसको लेकर विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख एवं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने देश के गृहमंत्री को पत्र लिखा है और साथ ही इस बारे अमित शाह से मुलाकात के लिए भी शांडिल्य ने पत्र में समय माँगा ।शांडिल्य ने कहा महिलाएं समाज में पुरुषों के समान भागेदारी चाहती है और भागेदारी मिलनी भी चाहिए लेकिन जो महिलाएं पुरुष समाज को बदनाम करने के लिए उनकी छवि को सामजिक तौर पर खत्म करने के लिए उनका राजनितिक कैरियर खराब करने के लिए या किसी प्रभाव में यौन शोषण व पोक्सो के फर्जी आरोप लगाते है ऐसी कुप्रथा को रोकने के लिए महिलाओं को पुरुषों के पक्ष में जनांदोलन तैयार करना चाहिए ।
विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा जिस तरह देश के गृहमंत्री अमित शाह ने 370 खत्म कश्मीर से एक झंडा एक विधान बना दिया उसी तरह गृहमंत्री अमित शाह व कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल कानून लेकर आयें कि यौन शोषण व पोक्सो के खतरनाक आरोप किसी भी पुरुष पर फर्जी व लालच के तहत ना लगे इसको लेकर सख्त कानून बने और आरोप फर्जी साबित होने पर महिला को भी उतनी ही सजा मिलनी चाहिए जितनी पोस्को या यौन शोषण के आरोप साबित होने पर होती है ताकि यौन शोषण व पोक्सो जैसे झूठे आरोप लगाने वाली महिलाएं देश की अन्य महिलाओं को बदनाम न कर सकें ।शांडिल्य ने कहा जैसे 370 खत्म होने से देश मजबूत हुआ उसी तरह पुरुष समाज को बचाने के लिए व पुरुषों की सुनवाई देश में हो और उनके ऊपर कोई फर्जी आरोप ना लग सके इसको लेकर पुरुष आयोग तुरंत गठित किया जाए । इससे निश्चित तौर पर पुरुष समाज पर फर्जी आरोप लगने बंद होंगे । शांडिल्य ने देश के गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि वह देश के तमाम पुलिस महानिदेशकों व देश के तमाम राज्यों के गृह सचिवों के माध्यम से अमित शाह रिपोर्ट मंगवाए कि देश में कितने यौन शोषण व पोस्को के आरोप झूठे पाए गेर और आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ उन राज्यों की पुलिस ने क्या कारवाई की ।
विश्व हिन्दू तख्त जितना सम्मान महिलाओं का करेगा उतना ही सम्मान पुरुष समाज का भी करेगा क्योंकि पुरुष भी किसी बहन के भाई, किसी माँ के बेटे, किसी पत्नी के पति, किसी बेटी के बाप है और इस तरह का ही रिश्ता समाज में महिलाओं का पुरुषों के साथ है लेकिन अमाज की कुछ गन्दी मछलियां देश में ना केवल महिलाओं को बदनाम कर रही है बल्कि पुरुष समाज व महिला समाज में खाई पैदा कर रही है । वीरेश शांडिल्य ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि आईपीसी की धारा 182 व 211 जो झूठा मुकदमा दर्ज करवाने वालों के खिलाफ उपयोग होती है इनधाराओं को संगीन धाराओं में तब्दील कर इसे सख्त किया जाए और संसद में कानून लाकर इनमे बदलाव किया जाए । आज स्तिथि यह हो गई है कि गरीब से गरीब व बड़े से बड़ा आदमी ऐसे आरोपों से बचाव के लिए अपने घरों में सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल करने लगा है । शांडिल्य ने कहा महिला समाज को भी ऐसे आरोपों से भारी नुक्सान हो रहा है । अगर देर रात महिला को सडक पर लिफ्ट चाहिए तो अकेली महिला को कोई भी आज के समय में लिफ्ट नहीं देता क्योंकि पुरुष समाज में आज के समय में डर का माहौल बन चुका है क्योंकि यौन शोषण जैसे आरोप जब लगते है तब व्यक्ति के अकेले का नुकसान नहीं बल्कि उसकी सात पीढियों का नुक्सान हो जाता है ।
विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा हद्द की बात तो यह है कि देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायधीश एचएल दत्तु,अशोक गांगुली,स्वतंत्र कुमार,रंजन गोगोई पर यौन शोषण के आरोप लगे और यहीं नहीं अभिनेता जितेन्द्र पर तो 50 साल पुराना यौन शोषण का आरोप लगा और बॉलीवुड जगत भी मी टू के फर्जी आरोपों से अछूता नहीं है । ऐसे में गृहमंत्री अमित शाह को समय रहते पुरुष आयोग का गठन कर इस मामले में गंभीर संज्ञान लेना चाहिए । विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा जो कुछ 6 बार के सांसद बृज भूषण शरण सिंह के साथ हुआ है और जो उनकी इज्जत देश की मीडिया ने चीर हरण किया उसको लेकर भी मोदी सरकार गंभीर चिंतन करें और मीडिया की लक्षमण रेखा भी तय करें ।शांडिल्य ने कहा जिस तरह कभी दहेज के झूठे मुकदमे दर्ज होते थे उससे भी ज्यादा झूठे मुकदमे अब यौन शोषण व पोक्सो के दर्ज होने लग गए है जो पुरुष व महिला समाज सहित भारतीय संस्कृति के लिए एक बहुत बड़ी खतरे की घंटी है और इस समस्या को केंद्र सरकार के साथ-साथ देश की महिलाओं को आगे आकर खत्म करना होगा ।