बृजभूषण का भी कार्यकाल खत्म भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन का बड़ा फैसला
भारतीय पहलवानों ने इस साल के शुरुआत में 18 जनवरी 2023 से जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष को लेकर धरना प्रदर्शन किया। भारतीय महिला पहलान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान इस धरने में शामिल रहे। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया। हालांकि खेल मंत्रालय के कहने पर भारतीय महिला पहलवानों ने अपना धरना खत्म करने का कदम उठाया। इसके बाद पहलवान 23 अप्रैल को फिर से धरने पर बैठ गए। उनका ये धरना अभी तक जारी है। इस कड़ी में भारतीय ओपलिंक एसोसिएशन ने एक बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने WFI के सभी निवर्तमान अधिकारियों को प्रशासनिक कार्य करने से तत्काल प्रभाव से किया प्रतिबंधित इसकी जानकारी न्यूज ऐजेंसी एएन आई से मिली है।
- पहलवानों के प्रदर्शन के बाद आईओए का यह फैसला अहम
- इससे पहले एक एडहॉक कमेटी बनाई गई थी, जो चुनाव कराएगी
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 13 मई :
भारतीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव से सभी आधिकारिक दस्तावेज उसकी तदर्थ समिति को सौंपने के लिए कहा है जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि महासंघ के संचालन में निवर्तमान पदाधिकारियों की कोई भूमिका नहीं है। डब्ल्यूएफआई ने कहा कि उसे आईओए के आदेशों का पालन करने में कोई समस्या नहीं है क्योंकि वह पहले ही अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं।
आईओए ने डब्ल्यूएफआई के दैनिक कार्यों के संचालन तथा इस राष्ट्रीय महासंघ के चुनाव को संपन्न करवाने के लिए तदर्थ समिति नियुक्त की है। यह तदर्थ समिति खेल मंत्रालय के आदेश पर नियुक्त की गई है। देश के चोटी के पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और वे उनकी गिरफ्तारी को लेकर जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
IOA ने कुश्ती संघ के संचालन और 45 दिन के अंदर चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय अस्थायी समिति का गठन 3 मई को किया था। जिसमें वूशु संघ के भूपेंदर सिंह बाजवा, ओलंपियन निशानेबाज सुमा शिरूर और एक सेवानिवृत जज को शामिल किया।
समिति ने अपने कार्यभार भी संभाल लिया। उसकी अगुआई में अंडर-17 और अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप की टीम के चयन ट्रायल और चयन समिति भी घोषित कर दी। लेकिन IOA ने कुश्ती संघ के काम पर रोक का आदेश नहीं निकाला। जिसके चलते कुश्ती संघ के महासचिव वीएन प्रसूद कुश्ती संघ का कार्य जारी रखते हुए ईमेल और अन्य संसाधनों का प्रयोग कर रहे थे।
पहलवानों की ओर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह बतौर WFI अध्यक्ष 4 साल के तीन कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। खेल संहिता के मुताबिक वह अब इस पद पर चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो चुके हैं।
जनवरी में पहलवानों के पहले धरने के वक्त खेल मंत्रालय की ओर से खिलाड़ियों की मांग पर बृजभूषण को फेडरेशन की सभी गतिविधियों से दूर रहने के बारे में कहा गया था। साथ ही IOA की गठित ओवरसाइट कमेटी को ही इसका संचालन सौंपा गया था।
कागजी कार्रवाई के हिसाब से बृजभूषण फेडरेशन से 5 माह से अलग ही हैं। इधर, बृजभूषण भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यह नहीं कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। बस अध्यक्ष पद पर चुनावों से इंकार किया था।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से अदालत में जांच की स्टेटस रिपोर्ट रखे जाने के बाद एक और शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को CRPC की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए। महिला पहलवानों के वकील नरेंदर हुड्डा के अनुसार, अब तक दिल्ली पुलिस सात में से दो शिकायतकर्ताओं के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करा चुकी है। इससे पहले नाबालिग शिकायतकर्ता का भी बयान दर्ज किया गया था।
हरियाणा के पूर्व CM एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में सभी दिल्ली के जंतर-मंतर जाएंगे। जहां वह सांकेतिक तौर पर पहलवानों के साथ बैठकर उनका हौसला बढ़ाएंगे। साथ ही कोई रणनीति भी बना सकते हैं।
इधर, कुमारी सैलजा गुट के असंध विधानसभा के विधायक शमशेर सिंह गोगी ने शुक्रवार को पानीपत में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि वैसे धरने पर सभी कांग्रेसी हो आए हैं। अब जो रह गया था, वही शनिवार को जाएंगे।
धरने पर बैठे पहलवानों ने अब देशवासियों से उनसे जुड़ने के लिए बल्क कॉल का सहारा लिया है। बजरंग पूनिया की रिकॉर्डिंग में कॉल आने लगी है। जिसमें कहा गया है कि नमस्कार जी, मैं बजरंग पूनिया बोल रहा हूं। जैसे आप सभी को पता है कि हम जंतर-मंतर पर अपनी देश की बेटियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। आप भी इस न्याय की लड़ाई में हमसे जुड़ने के लिए 1 दबाए।
शनिवार को साक्षी मलिक के गांव मोखरा में काला दिवस मनाया गया है। मोखरा तपा के प्रधान रामकिशन मलिक के नेतृत्व में महिलाओं व ग्रामीणों ने काली पट्टियां बांधकर बृजभूषण को गिरफ्तार करो के नारे लगाए।
जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवान बजरंग और विनेश फोगाट को एशियाई खेलों और ओलिंपिक की तैयारियां कराने वाली टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम में बरकरार रखा गया है। मिशन ओलिंपिक सेल ने पिछले प्रदर्शन के आधार पर 27 नए खिलाड़ियों को टॉप्स के कोर और डेवलपमेंटल ग्रुप में शामिल किया, जबकि कई खिलाड़ियों को बाहर भी किया।
MOC ने धरने पर बैठने के बावजूद इन दोनों खिलाड़ियों को एशियाई खेलों में पदक का दावेदार माना है। उम्मीद लगाई जा रही थी कि लंबे समय से नहीं खेलने के कारण बजरंग और विनेश को टॉप्स से बाहर किया जा सकता है, लेकिन MOC ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया।