गुरुकुल यमुनानगर व सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल में अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस का आयोजन किया गया : डॉ एम. के. सहगल

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 01   मई  :

गुरुकुल यमुनानगर, सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल जगाधरी व बिलासपुर में आज लेबर डे, का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर स्कूल के सभी श्रमिक वर्ग के सदस्यों को बधाई दी गयी एवंम् उन्हें प्विद्यार्थियों द्वारा स्वंय तैयार किये गये  गुलदस्ते भेंट किये गये। आयोजन में सभी श्रमिक वर्ग के सदस्यों ने भाग लिया। सभी ड्राइवर, कंडक्टर व सेवा क्षेत्र के सभी श्रमिकों को सम्मान किया गया।उनको फल बाँटे गये व जलपान कराया गया। विख्यात शिक्षाविद  डॅा0 एम0 के0 सहगल ने बताया कि दुनिया भर में 1 मई के दिन को अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस को शान से मनाते है। यह दुनिया के मजदूर और श्रमिक वर्ग के लोगों को समर्पित है और यह दिन हम सभी का मजदूरों के अनुकूल माहौल बनाए जाने के लिए प्रेरित करता है।

कई मजदूर संगठन 1 मई के दिन मजदूरो के अधिकारों की आवाज बुलंद करते है। ताकि मजदूर उत्पीड़न, न्यूनतम मजदूरी कानून और अप्रवासी मजदूरों को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके।चेयरपर्सन डॉ रजनी सहगल ने अपने सम्बोधन में कहा कि कहकर मजदूर दिवस की शुरूआत अमेरिका में 1 मई 1986 को हुई थी। तब अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर निश्चय किया कि 8 घंटे से अधिक कार्य नही करेंगे। डॅा0 रजनी सहगल ने कहा कि मजदूर का मतलब मिटटी पत्थर का काम करने वाला इंसान ही नही बल्कि बड़ी बड़ी कंपनियों में कम्प्यूटर के आगे बैठने वाला और बैंको में काम करने वाला अथवा नौकरी करने वाला हर शख्स भी है। हर वो इंसान जो किसी संस्था या कंपनी के लिए काम करता है और बदले में उसे पैसे मिलते है। वह इस श्रेणी में आता है। एक मजदूर अपने दिन रात एक  करके किसी कंपनी या इमारत को खड़ा करता है ऐसे में उसके किये गए काम का मोल सिर्फ पैसे देकर नहीं चुकाया जा सकता है । डॉ रजनी सहगल ने  कहा कि मजदूर की मेहनत और सच्ची लगन को नमन करने और जश्न  मनाने का दिन है ये मजदूर दिवस। हम सभी को सदैव श्रमिक वर्ग के प्रति आदर और सम्मान प्रदर्शित करना चाहिए ।

इस अवसर पर सभी पदाधिकारी प्रिंसिपल आर एस वधवा, डा जी बी गुप्ता, शेली चौहान, गगन बजाज, कोऑर्डिनेटर्स और अध्यापक  उपस्थित रहे।