मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘‘जहरीले सांप’’ से करने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार को अपने पिता को देश के सर्वोच्च अधिकारी के धारक को ‘‘नालायक बेटा’’ बताया। प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा,‘‘जब आप गुलबर्गा आए तो आपने बंजारा समुदाय को चिंता न करने के लिए कहा। आपने कहा कि दिल्ली में बनारस का बेटा बैठा है। प्रधानमंत्री ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया, लेकिन बेटा अगर ऐसा नालायक होगा तो घर कैसे चलेगा।” मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सफाई में कहा था, ‘‘यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है, अगर इसका गलत अर्थ निकाला गया और किसी को दुख पहुंचा तो मैं इसके लिए विशेष खेद व्यक्त करता हूं। ’’ उन्होंने ने आगे कहा कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी के लिए नहीं थी। अब उनका बेटा भी ऐसा हि कुछ कहेगा।
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) कलबुर्गी/नई दिल्ली – 01 मई :
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘‘जहरीले सांप’’ कहने वाले बयान के बाद अब उनके बेटे प्रियांक खरगे ने प्रधानमंत्री को ‘नालायक’ कहा है। प्रियांक पूर्व मंत्री रह चुके हैं और इस बार कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षण के बारे में भ्रम पैदा किया था।
प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक चुनाव से पहले कलबुर्गी में पीएम मोदी की एक रैली के बाद उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मालखेड़ा में बंजारा समुदाय से बोलते हैं कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनका बेटा दिल्ली में बैठा हुआ है। लेकिन वो ऐसे नालायक बेटे का क्या करें। ऐसे नालायक बेटे के साथ अपना घर कैसे चलाएँ। प्रियांक खरगे ने कहा कि खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताकर पीएम ने बंजारा समुदाय के लिए ही आरक्षण की समस्या खड़ी कर दी।
भारतीय जनता पार्टी ने प्रियांक खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई है। कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी को नालायक बेटा कहकर प्रियांक खड़गे अपने पिता मल्लिकार्जुन खड़गे से भी आगे निकल गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने आगे कहा, “हम जो कह रहे हैं वह यह है कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया और आरक्षण को लेकर भ्रम पैदा किया। क्या बंजारा समाज के साथ अन्याय नहीं हुआ? शिकारीपुरा (शिवमोगा जिला) में येदियुरप्पा के घर पर पत्थर क्यों फेंके गए? कलबुर्गी और जेवरगी में बंद क्यों मनाया गया? आज आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति है।”
सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे प्रियांक ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अपनी पिछली यात्रा के दौरान कहा था कि वह कोली समुदाय और कबालीगा और कुरुबा समुदायों के बेटे हैं। आज वह खुद को बंजारा समुदाय का बेटा कहते हैं।”
अपने कार्यकाल के अंत में, भाजपा सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया। सरकार ने कहा कि एससी (लेफ्ट) का आंतरिक आरक्षण अब छह प्रतिशत, एससी (राइट) का 5.5 प्रतिशत और अन्य एससी का 5.5 प्रतिशत है।