एक करोड़ के पर्दे, तीन करोड़ का मार्बल और 40 लाख की अलमारियां…यूं केजरीवाल ने सरकारी बंगले पर खर्च दिए 45 करोड़
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित ने कहा, 45 करोड़ रुपये खर्च कर ‘महाराज’ के महल का रेनोवेशन किया गया है। 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगाए गए हैं। ये वो लोग हैं, जो रामलीला मैदान में शपथ लेने के लिए ऑटो में लटककर आए थे। कहते थे कि गाड़ी नहीं लेंगे, घर नहीं लेंगे। 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है, जो वियतनाम से मंगवाया गया है। संबित ने कहा कि ये उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं, बल्कि महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। कुछ नहीं लूंगा से.. सब कुछ लूट लूंगा। कुछ नहीं छोड़ूंगा…।
- दिल्ली राजनीति में भूचाल लाने वाला सबसे बड़ा खुलासा
- CM आवास के RENOVATION पर खर्च हुए 45 करोड़
- बीजेपी का सीएम आवास के सामने प्रदर्शन, घिरी आप
- केजरीवाल के बाउंसर ने बंगले के बाहर की बदसलूकी
सारिका तिवारि, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली :
सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह रकम कोरोना काल के दौरान खर्च की गई। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के ‘ऑपरेशन शीशमहल’ में इसका खुलासा हुआ। सिविल लाइंस स्थित सीएम बंगले के रेनोवेशन/सौंदर्यीकरण पर 44 करोड़ 78 लाख रुपये खर्च हुए। 2021-22 में आठ पर्दे लगवाए गए जिन पर 45 लाख खर्च हुए, जबकि दूसरे चरण में 15 पर्दे का ऑर्डर दिया गया और इसकी कीमत 51 लाख रुपये थी। कुल मिलाकर 23 पर्दों का बजट करीब एक करोड़ रुपये है। ‘ऑपरेशन शीशमहल’ के बाद दिल्ली की राजनीति में तूफान आ गया है। बीजेपी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को उतारा। सीएम आवास के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है।
‘आआपा'(आम आदमी पार्टी) सांसद संजय सिंह ने कहा कि CM आवास 1942 में बना था। पुराने घर में 3 घटनाएं हुईं, जहां छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने नए घर बनाने का निर्देश दिए। ‘ऑपरेशन शीशमहल’ से कई सवाल उठे हैं जिनके जवाब देना केजरीवाल और आप के लिए आसान नहीं होगा।
प्वॉइंटर्स में समझें कि किन चीजों पर कितनी रकम हुई खर्च?
- 23 पर्दों का ऑर्डर – एक करोड़ से अधिक
- वियतनाम का डियोर मार्बल – करीब तीन करोड़
- वॉर्डरोब (अलमारी) – लगभग 40 लाख
- इंटीरियर डेकोरेशन 11.30 करोड़ रुपए
- सुपीरियर कंसल्टेंसी – एक करोड़
- दीवार की साज-सज्जा – चार करोड़ से अधिक
- घरों के खंभे – 21 लाख से अधिक
- रसोई (दो किचन) – 63 लाख 75 हजार (पहला ग्राउंड पर 31 लाख रुपए से अधिक का, दूसरा- पहले माले पर 32 लाख खर्च)
- छह कालीनें (हाथ से बुने Wool के कार्पेट्स) बिछाई गईं – लगभग 20 लाख रुपए
अरविंद केजरीवाल से पूछे जा रहे ये 5 सवाल
- 1. आम आदमी होने का दावा करने वाला सरकारी बंगले के रंग-रोगन पर इतना खर्च कैसे कर सकता है?
- 2. लाखों रुपये के पर्दे, करोड़ों रुपये के मार्बल खरीदे गए। इसपर आम आदमी पार्टी क्यों चुप है?
- 3. अगर पूरी पारदर्शिता है तो ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ के रिपोर्टर को आप नेता संजय सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आने से क्यों रोका गया?
- 4. सवाल पूछने पर सीएम आवास के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी दबंगई पर उतर आए। धक्का-मुक्की करने को किसने कहा?
- 5. सवालों के सीधे जवाब देने से आम आदमी पार्टी के नेता क्यों कतरा रहे हैं? पूरे विवाद पर सीएम अरविंद केजरीवाल क्यों नहीं बोल रहे?
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #OperationSheeshMahal कई घंटों तक ट्रेंड करता रहा। इस हैशटैग के साथ लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा। इस लिस्ट में केजरीवाल के पुराने साथी आशुतोष का भी नाम है। पूर्व आप नेता ने #SheeshMahal का उपयोग करते हुए लिखा कि शीशमहल (सीएम केजरीवाल का घर) एक सपने की मौत का मकबरा है।
बीजेपी के आरोपों पर आज सुबह ‘आआपा'(आम आदमी पार्टी) सांसद संजय सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि देश के गंभीर मुद्दों से भटकाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर पर चर्चा की जा रही है। CM आवास 1942 में बना था। पुराने घर में 3 घटनाएं हुईं, जहां छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने नए घर बनाने का निर्देश दिए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो ख़ुद को फ़कीर बताते हैं, उनका आवास 500 करोड़ में बन रहा है। उसे मात्र ठीकठाक करने पर 90 करोड़ खर्च हुए। फ़कीर प्रधानमंत्री 10 लाख का सूट, 1 लाख से ज़्यादा का पेन, 1.60 लाख का चश्मा, काफिले में 12 करोड़ की कार से चलते हैं।
संजय ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता इतने व्याकुल हो गए कि बस रोने ही वाले थे। कोरोना में जब श्मशान में लाशें बिछी हुईं थीं तब प्रधानमंत्री बंगाल में प्रचार कर रहे थे। फ़कीर प्रधानमंत्री ने 8,400 करोड़ का जहाज कोरोना महामारी में ख़रीदा था। प्रधानमंत्री एक दिन में कई कपड़े बदलते हैं, वह शहंशाह की तरह रहते हैं।