यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा।
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), मध्य प्रदेश :
भगवान परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के मौके पर राजधानी भोपाल की लाल घाटी में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी पहुंचे हैं। बागेश्वर सरकार को देखने को लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं एक भक्त ने तो अपने शरीर पर राम-राम लिखवाते हुए धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भी बनाई। इस मौके पर शिवराज सिंह ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गुफा मंदिर में विशाल भवन बनेगा। परशुराम जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होगा। साथ ही अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर सकेंगे। बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी कर पाएंगे।
यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा। इंदौर से लगभग 45 किलोमीटर दूर जानापाव का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भक्तों के लिए एक ‘धर्मशाला’, उद्यान और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।