पंचांग, 17 अप्रैल 2023
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 15 अप्रैल 2023 :
नोटः आज सोम प्रदोष व्रत है। त्रयोदशी तिथि की व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाती है इसलिए इसे प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन विधिवत भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से मोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। सोमवार के दिन प्रदोष तिथि आने से उस तिथि को सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है और अगर मंगलवार के दिन प्रदोष तिथि है तो उसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। सोम प्रदोष व्रत के शुभ मुहूर्त की शुरुआत 17 अप्रैल यानी आज दिन में 03 बजकर 46 मिनट पर होगी और इसका समापन 18 अप्रैल को दिन में 01 बजकर 27 मिनट पर होगी। उदयातिथि के अनुसार, सोम प्रदोष व्रत 17 अप्रैल यानी आज ही मनाया जाएगा। सोम प्रदोष व्रत का पूजन मुहूर्त शाम 06 बजकर 48 मिनट से रात 09 बजकर 01 मिनट तक रहेगा।
विक्रमी संवत्ः 2080,
शक संवत्ः 1945,
मासः वैशाख,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वादशी अपराहन्ः काल 03.47 तक है,
वारः सोमवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद रात्रिः 02.28 तक है,
योगः ब्रह्म़ रात्रि काल 09.07 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः मीन, चंद्र राशिः कुम्भ,
राहु कालः सायंः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.58., सूर्यास्तः 06.44 बजे।