असद मारपीट करने में काफी कुख्यात था। उससे बड़ी उम्र के लड़के आपस के विवाद उसके सामने लेकर जाते तो वह मामलों को सुलझाता था। बड़ी-बड़ी महंगी गाड़ियों से असद स्कूल पहुंचता तो उसे लड़के घेर लेते। कुछ साल पहले स्कूल के स्पोर्ट्स डे पर रस्साकशी प्रतियोगिता में एक टीम को असद लीड कर रहा था। उसकी टीम हार गई। वह हार से इतना बौखला गया कि जीतने वाली टीम के लड़कों को वह पीटने लगा। जब अध्यापकों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने अध्यापकों पर हाथ उठा दिया था। उस दिन स्कूल का मैदान अभिभावकों से भरा था। लोगों में काफी आक्रोश भी था लेकिन, अतीक का नाम सामने आने के बाद सब शांत हो गए थे। यहां तक स्कूल के प्रधानाचार्य ने भी मामला दबाने की काफी कोशिश की। किसी ने भी थाने में शिकायत नहीं दर्ज कराई थी। उस समय सोशल मीडिया पर मामले को दबाने के लिए प्रधानाचार्य को काफी खरी खोटी सुनाई गई थी।
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, उत्तर प्रदेश ब्यूरो 13 अप्रैल :
उमेशपाल हत्या कांड में पहले बेटे असद के एनकाउंटर की खबर सुनकर अदालत में फूट-फूटकर रोने लगा यूपी का माफिया डॉन अतीक अहमद. इसके बाद जब उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया तो अतीक अहमद ने पहले बार अपने बेटे की मौत पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि यह सब मेरी वजह से हुआ है। उसने वहां पूछा भी कि कहां दफनाया जाएगा। हालांकि कोर्ट ने उमेश पाल मर्डर केस में अतीक और उसके भाई अशरफ की चार दिन की पुलिस कस्डटी पर भेजने का भी आदेश दिया है. इतना ही नहीं अतीक ने जेल प्रशासन से अपने बेटे अली से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे जेल प्रशासन ने खारिज कर दिया है। इसके बाद अतीक जेल की बैरक में फर्श पर बैठ के रोने लगा।
प्रशांत कुमार एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया- इनपुट थे कि रास्ते में काफिले पर हमला करके अतीक को छुड़ाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे देखते हुए स्पेशल फोर्सेस लगाई गई थीं।
STF की कार्रवाई के दौरान अतीक की प्रयागराज कोर्ट में पेशी चल रही थी। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर वो रोने लगा। गला सूखा तो पानी मांगा और सिर पकड़कर बैठ गया।
24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद और गुलाम मोहम्मद फरार थे। STF 48 दिन से लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी और झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर मार गिराया। एनकाउंटर को डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल ने लीड किया।
STF के DIG अनंत देव तिवारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य शूटर असद और गुलाम ने पुलिस टीम को देखते ही बाइक से भागने की कोशिश की। STF टीम के पीछा करने पर विदेशी अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में उनकी बाइक गिर गई। जिस पर दोनों ने भागते हुए पुलिस को निशाना बनाया। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया। करीब 30 मिनट चली इस मुठभेड़ में 49 राउंड फायरिंग हुई।
- उमेश पाल की मां बोलीं- मेरे बेटे को सरेआम गोली मार दी। आज की कार्रवाई से हम लोगों को थोड़ी सी शांति मिली है। मेरे बेटे के हत्यारे मारे गए। ये जो 2 एनकाउंटर हुए हैं, उन्हें पाप की सजा मिली। देर है अंधेर नहीं है। योगीजी को धन्यवाद।
- अमिताभ यश (ADG, यूपी STF)– हमें जानकारी थी कि इनके पास विदेशी हथियार हैं। हम तैयार थे। जिस तरह इस गैंग ने उमेश पाल और उनके दोनों गनर्स को मारा था, इन आरोपियों को पकड़ना आसान नहीं था। दोनों के पास ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर और वाल्थर पिस्टल मिली है। ये हथियार रेयर हैं। सामान्यत: मिलते नहीं हैं।
- अखिलेश यादव (सपा प्रमुख)– भाजपाई कोर्ट में विश्वास नहीं रखते। ये फेक एनकाउंटर है। इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए।
- असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM प्रमुख)- हरियाणा में जुनैद और नासिर के मारने वालों को भी गोली मरोगे क्या बीजेपी वालों, नहीं करोगे क्योंकि मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हो तुम। ये संविधान का एनकाउंटर है, अगर एनकाउंटर ही करना है है तो अदालतों पर ताला लगा दीजिए।
- मायावती (बसपा प्रमुख)- अतीक अहमद के बेटे और एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेक प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर बोले- सरकार माफियाओं को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा- सरकार की अपराध और अपराधियों, माफियाओं को खत्म करने की जो प्रतिबद्धता है, वो आप जानते हैं। सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। 12.30 से 1.00 बजे के बीच सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं। उस ऑपरेशन में एसटीएफ ने असद और गुलाम पर फायरिंग की। ये घायल हुए और बाद में दम तोड़ दिया।
उमेश पाल मर्डर में असद का नाम और CCTV फुटेज सामने आने के बाद शाइस्ता ने अतीक अहमद से नाराजगी जाहिर की थी। रोते हुए कहा था कि असद अभी बच्चा है। उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था। यह सुनने के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद नाराज हो गया था।
उसने शाइस्ता परवीन को डांटकर कहा था- असद शेर का बच्चा है। उसने शेरों वाला काम किया है। आज उसकी वजह से ही मैं 18 साल बाद चैन की नींद सोया हूं। उमेश के चलते मेरी नींद हराम हो गई थी। अब तुम बेवजह बात करके मेरा मूड न खराब करो। सब मैनेज हो जाएगा।
4 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस अब तक 4 शूटर्स का एनकाउंटर कर चुकी है। पहला एनकाउंटर प्रयागराज में ही 27 फरवरी को अरबाज का हुआ था। अरबाज उस क्रेटा कार को चला रहा था, जिससे बदमाश उमेश पाल के घर तक पहुंचे थे। इसमें असद भी था।
वहीं, दूसरा एनकाउंटर 6 मार्च को हुआ था। इसमें उमेश पर पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा, असद और गुलाम का गुरुवार को एनकाउंटर हुआ। यानी, अब तक इस मामले में 4 एनकाउंटर हो चुके हैं। अतीक के परिवार की मदद करने वाले 3 आरोपियों और करीबियों के घर पर बुलडोजर भी चल चुका है।