स्वामी कर्मवीर जी के उपदेश से कृतार्थ हुए ऑक्सफोर्ड स्कूल के विद्यार्थी
मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 11 अप्रैल :
उकलाना मंडी के ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के सभागार भवन में विद्यार्थियों के लिए शिक्षाप्रद व प्रेरणादायक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें महर्षि पतंजलि अंतर्राष्ट्रीय योग विद्यापीठ के संस्थापक स्वामी कर्मवीर महाराज जी ने अपने प्रवचन के दौरान विद्यार्थियों को जीवन से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण बातों से अवगत करवाया। उन्होंने शिक्षा के महत्व को दर्शाते हुए कहा कि शिक्षा ग्रहण करके ही मनुष्य का पूर्ण विकास हो सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को समय की कद्र करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी को अपने जीवन का एक लक्ष्य निश्चित कर लेना चाहिए ।
उन्होने विद्यार्थियों को एकाग्र मन से व कड़ी मेहनत से अपनी पढ़ाई करने के लिए भी प्रेरित किया। इसके पश्चात उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि सभी को संतुलित आहार ग्रहण करना चाहिए । संतुलित आहार ग्रहण करने से ही मन व मस्तिष्क का सही विकास होता है । उन्होंने विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने के लिए भी प्रेरित किया और उन्होंने बच्चों के समक्ष गायत्री मंत्र के महत्व को दर्शाते हुए भी कहा कि कभी भी किसी भी तरह के तनाव की स्थिति में उन्हें गायत्री मंत्र का जाप करते रहना चाहिए ।
उनके अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का मन विचलित नहीं होता है। अपने प्रवचन के दौरान उन्होंने विशेष तौर पर योग साधना अर्थात मैडिटेशन पर अधिक बल दिया। उन्होंने कहाकि मैडिटेशन करने से व्यक्ति के मन की शक्ति अत्यधिक बढ़ जाती है जिससे वह अपनी अंतर्दृष्टि से हर तरह के कार्यों को करने में सफल हो जाता है। साथ ही उन्होंने बच्चों को नियमित योगासन करने के लिए भी प्रेरित किया।इसके पश्चात मैडिटेशन की शक्ति का प्रमाण देते हुए उन्होंने अपनी कुछ छात्राओं की बड़ी ही सुंदर प्रस्तुति दी। उन छात्राओं ने गीता के श्लोकों का, अष्टाध्यायी के श्लोकों का,योग मंत्रों आदि का संस्कृत में अति सुन्दर उच्चारण किया जिन्हें सुनकर सभी श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो उठे।
इस प्रकार के हजारों श्लोकों व मंत्रों को उन्होंने कंठस्थ किया हुआ था। फिर उन छात्राओं ने अपने नेत्रों पर पट्टी बाँधकर भी पुस्तक के पृष्ठ पर लिखे हुए शब्दों को बिना देखे ठीक तरीके से पढ़ कर सुनाया और कुछ छात्राओं ने बिना देखे अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए चित्र बनाकर दिखाया ।
उनकी इस अद्भुत प्रस्तुति के पश्चात स्वामी जी ने फिर से सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन सबको भी जीवन में योग को अपनाना चाहिए क्योंकि मैडिटेशन करने से ही मनुष्य की आंतरिक शक्तियाँ जागृत हो जाती हैं जिनके कारण वह फिर बंद आँखों से भी अपने अंदर की शक्ति से हर कार्य ठीक तरह से कर सकता है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के चेयरमैन डॉक्टर सतीश भारती जी ने स्वामी जी का धन्यवाद किया व उनसे अनुरोध किया कि भविष्य में भी वे इस तरह के प्रवचन से विद्यालय के विद्यार्थियों कोअनुग्रहित करते रहें।
इसके पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सुनील कुमार शर्मा जी ने भी स्वामी जी का आभार व्यक्त किया व उन्हें विश्वास दिलवाया कि स्वामी जी के उपदेश से उनके विद्यार्थियों को बहुत लाभ पहुँचा है और उनके विद्यार्थी जीवन में उनके उपदेशों का पालन अवश्य करेंगे। इस अवसर दिनेश चंद, सुनील (CLU), मांगेराम गर्ग, विनोद गोयल और गौरव (सीए) सहित अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।