मुख्यमंत्री श्री अकाल तख्त साहिब का अपमान करने के लिए सिख संगत से मांगी मांगें: शिरोमणी अकाली दल
राज्य में गलत तरीके से हिरासत में लिए गए सभी निर्दोष सिख नौजवानों को तत्काल रिहा किया जाए
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से सिख धर्म के सर्वोच्च अलौकिक सीट श्री अकाल तख्त साहिब के साथ साथ जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह का अपमान करने के लिए तुरंत माफी मांगने के साथ ही सभी निर्दोष सिख नौजवानों जिन्हे गलत तरीके से हिरासत में रखा गया है , उन्हे तत्काल रिहा किए जाने की अपील की है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री से जत्थेदार साहिब के एक टवीट को सोशल मीडिया से हटाने के अलावा उनपर भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराने के लिए सिखों के सर्वोच्च अलौकिक पद से माफी मांगने की मांग की है। उन्होने कहा, ‘‘ हर कोई जानता है कि सच्चाई इसके विपरीत है,जत्थेदार साहिब ने निर्दोष सिख नौजवानों के खिलाफ राज्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए बुद्धिजीवियों और राजनीतिक नेताओं की एक मीटिंग बुलाई है। संगत की भावनाओं का सम्मान करते हुए निर्दोष नौजवानों को 24 घंटे के भीतर रिहा करने का अल्टीमेटम दिया गया है। उन्होने कहा कि इस धार्मिक निर्देश का पालन करने के बजाय, मुख्यमंत्री ने न केवल जत्थेदार साहिब का अपमान किया, बल्कि श्री अकाल तख्त साहिब के पिछले जत्थेदारों का भी अपमान करने के अलावा ऐसे मामले पर राजनीति की , जो सीधा मानवाधिकारों का हनन का मामला है।
डाॅ. चीमा ने कहा कि इस सबसे सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। यह बेहद निंदनीय है कि मुख्यमंत्री अपनी गलती का एहसास करने के बजाय अपना अहंकार दिखा रहे हैं। उन्होने कहा कि यह अकाली दल ने राज्य सरकार को बड़ी संख्या में सिख नौजवानों को रिहा करने पर मजबूर किया, जिन्हे मामूली आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होने मांग की कि हाल की में की गई कार्रवाई के बाद जमानत पाने वाले युवकों के खिलाफ सभी लंबित मामलों को वापिस किया जाना चाहिए। उन्होने नौजवानों, बुद्धिजीवियों, कलाकारों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ राज्य द्वारा किए जा रहे दमन को रोकने की भी मांग की है।
यह कहते हुए कि श्री अकाल तख्त साहिब सिखों के लिए गर्व का प्रतीक है और यह हमेशा दमन और अत्याचार के खिलाफ खड़ा रहा है। डाॅ. चीमा ने कहा, ‘‘ श्री अकाल तख्त साहिब ने हमेशा मानवीय मूल्यों को बरकरार रखा है’’। उन्होने कहा कि अफगानों द्वारा तख्त के विध्वंस और बाद में इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली स्वतंत्र भारत सरकार द्वारा कई कोशिशों के बावजूद, तख्त हमेशा सर्वोपरि रहा है।
डाॅ. चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाबियों को बदनाम कर रहे हैं, और ध्रुवीकरण की मौजूदा राजनीति का उददेश्य पंजाब को अंधकार के युग में वापिस ले जाना है। आम आदमी पार्टी को इस बांटने वाली राजनीति से दूर रहने के लिए कहते हुए अकाली नेता ने कहा, ‘‘ पंजाबी भली भांति जानते हैं कि यह सब कानून -व्यवस्था, राज्य के वित्तप्रबंधन, विकास कार्य, समाज के कमजोर वर्गों को सामाजिक लाभ पहुंचाने सहित सभी मोर्चों पर सरकारी की विफलता से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है’’।