पूजा छाबड़ा के संकल्प मरणव्रत के साथ खड़े होने का समय, आगे बढो, आगे बढो

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, सूरतगढ :

जीतने के लिए कुछ पाने के लिए गलियां नहीं ढूंढनी पड़ती एक-दो दिन गुजारने नहीं पड़ते सोचेंगे सोचेंगे कहना नहीं पड़ता।

मन के अंदर उठानी पड़ती है एक सौगंध। एक संकल्प लेना पड़ता है उसके लिए केवल एक कदम ही उठाना होता है और वह कदम होता है घोषणा करना और उस घोषणा के ऊपर तत्काल कार्य शुरू करना। युद्ध क्षेत्र में करने के लिए एक पल में निर्णय लेना होता है।

👍 सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान में ऐसा ही निर्णय पूजा छाबड़ा ने लिया। मरण व्रत का निर्णय। सूरतगढ़ के लिए कुर्बानी देने का निर्णय। इसी निर्णय के तहत पूजा छाबड़ा ने 21 मार्च 2023 को महाराणा प्रताप चौक पर आमरण अनशन शुरू कर दिया।

उनका भाषण था कि सूरतगढ़ के लिए जिला बनाने के लिए कुर्बानी देनी होगी तो वे इस कुर्बानी के लिए तैयार हो कर के बैठी हैं।

यह महान संकल्प यह महान सौगंध सूरतगढ़ क्षेत्र के लोगों के लिए है।चाहे उसमें पुरुष हो चाहे उसमें नारियां हो चाहे उसमें युवा लड़के और लड़कियां हो,मजदूर हो विद्यार्थियों किसान हों व्यापारी हो सरकारी कर्मचारी हो सबके लिए एक ही संकल्प है। सूरतगढ़ को जिला बनाओ।

👍 इस संकल्प के लिए पूजा छाबड़ा ने अपनी जीवन को दांव पर लगा दिया है। मरण व्रत का संकल्प लेना आसान नहीं होता लेकिन कुर्बानियां देने वाले परिवारों में ऐसे संकल्प जो जनता के हित के लिए लिए जाते हैं उसके लिए सोचना नहीं होता। राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी को लेकर गुरुशरण छाबड़ा सूरतगढ़ के पूर्व विधायक ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। शराबबंदी के लिए उन्होंने जनता को जगाने के लिए जयपुर में आमरण अनशन किया और सरकार ने चिकित्सालय में भर्ती कराया मगर उन्होंने अपने संकल्प के तहत कुछ ग्रहण नहीं किया।प्राण छोड़ने ही होंगे।उनके परिवार को भी पता था। पुत्रों और पुत्र वधुओं को भी पता था। नजदीकी मित्रों को भी पता था। शराबबंदी आंदोलन कर रहे साथियों को भी पता था कि गुरु शरण छाबड़ा का निर्णय अटल है वे प्राण त्याग देंगे।

उसी शहीद गुरूशरण छाबड़ा की पुत्रवधू है पूजा छाबड़ा जो शराबबंदी लागू कराने के लिए पिछले कई महीनों से सूरतगढ़ क्षेत्र में सीमा क्षेत्र में अलख जगा रही है। जब उनको सूरतगढ़ जिला अभियान का संघर्ष मालूम पड़ा तो वे क्षण भी नहीं रुकी और सूरतगढ़ क्षेत्र की जनता के लिए कुर्बानी देने के लिए मरण व्रत पर बैठ गई। 21मार्च को 2:40 पर महाराणा प्रताप चौक पर उन्होंने आमरण अनशन शुरू किया।

💐 प्रकृति की लीला अनोखी है।भगवान हमेशा अपने भक्तों की परीक्षा लेता है। सूरतगढ़ क्षेत्र में तूफानी हवाएं वर्षा सर्दी और रात का समय। पूजा छाबड़ा और सूरतगढ़ के अनेक लोग जिनमें महिलाएं भी थी एक छोटे से टैंट में डटे रहे। शेरनी पूजा छाबड़ा क्षेत्र के लिए कुर्बानी देने के लिए….। आओ, समय पूजा छाबड़ा की सौगंध के साथ खड़े होने का है। जीवन में काम धंधे आगे भी चलते रहेंगे। ऐसे मंगल अवसर बार बार नहीं आते। पूजा छाबड़ा ने मशाल जलाई है और अब सूरतगढ के हम सभी लोग अंधेरा जीत लेंगे सूरतगढ को रोशन कर देंगे।

पूजा छाबड़ा का संकल्प हमारा संकल्प है। आगे बढो। आगे बढो।