डीसी अम्बाला ने कहा कि सेक्टर 8 एचपी के पम्प की नहीं हुई कोई सीएलयू
- अरविंद अग्रवाल लक्की की धर्मपत्नी संगीता अग्रवाल के अवैध पेट्रोल पम्प को गिराने व आपराधिक मामला दर्ज करने को लेकर निगम कमिश्नर को सौंपी शिकायत
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला –22 मार्च :
सेक्टर 8 में एचपी के पेट्रोल पम्प में बड़ी मिलीभगत है। इस मिलीभगत में न केवल नगर निगम के अधिकारी बल्कि डीसी कार्यालय के अधिकारी भी शामिल है और कई विभागों के अधिकारियों ने जेल लैंड निवासी अरविंद अग्रवाल लक्की की धर्मपत्नी संगीता अग्रवाल को आनन फानन में पेट्रोल पम्प लगवा दिया और सरकार के हितों के साथ अधिकारियों ने खुलेआम खिलवाड़ किया और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जीरो टोलरेंस नीति को डीसी कार्यालय सहित कई विभागों के अधिकारियों ने पैरो तले रौंद संगीता अग्रवाल को पेट्रोल पम्प चलाने की इजाजत दी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य अम्बाला शहर नगर निगम के कमिश्नर आईएएस प्रशांत पंवार को एक शिकायत दी और सेक्टर 8 में एचपी के लगे अवैध पम्प को जिसमें कई विभागों के अधिकारी फंसेंगे, पम्प को गिराने की मांग की और पम्प लगाने के षडयंत्र में शामिल तमाम अधिकारियों के खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्रवाई करने की मांग की।
वीरेश शांडिल्य ने बताया कि अम्बाला शहर कम्युनिटी सेंटर के सामने एचपी का पम्प संगीता अग्रवाल और भूपेंद्र सिंह के नाम लगा है। जिसकी कोई सीएलयू नहीं है। शांडिल्य ने बताया कि उन्होंने अम्बाला के डीसी को एक आरटीए दी थी और पूछा था कि क्या सेक्टर 8 में लगे एचपी के पेट्रोल पम्प की कोई सीएलयू दी गई है, इस पर डीसी ऑफिस का दो टूक जवाब आया कि संगीता अग्रवाल और भूपेंद्र अग्रवाल के सेक्टर 8 के एचपी के पेट्रोल पम्प की फाइल में कोई सीएलयू नहीं लगा हुआ है।
शांडिल्य ने कहा कि वैसे भी ये पम्प गैर कानूनी है और जितनी जगह पम्प को चाहिए थी, उतनी जगह एचपी के इस पम्प की नहीं है। और सिर्फ अधिकारियों की मिलीभगत से इस पम्प को चलाने की मंजूरी मिली है। यही नहीं, हरियाणा लोकल बॉडी विभाग के अधिकारी भी लगातार इस पम्प को लेकर संगीता अग्रवाल व भूपेंद्र से सीएलयू मांग रहे हैं। लेकिन संगीता अग्रवाल का पति पैसे व प्रभाव के दम पर अधिकारियों को मोटी रकम देकर फाइल को दबवा रहा है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उन्होंने इस बारे डीसी अम्बाला से व नगर निगम अम्बाला शहर से और डिटेल आरटीए में जानकारी मांगी हुई है।
वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जितनी जमीन पर पम्प गैर कानूनी तरीके से प्रशासनिक अधिकारियों व एचपीसीएल के अधिकारियों ने लगवा दिया, इतनी जमीन पर ही यह पम्प लगना था तो कोई पढ़ा लिखा आम व्यक्ति भी इस पम्प को ले सकता था। लेकिन एचपीसीएल भी मोटी रकमें लेकर पेट्रोलियम मंत्रायल को बदनाम कर रही है।
शांडिल्य ने कहा कि और भी कई विभागों से उन्होंने जानकारी मांगी हुई है और वह इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। और उन्होंने कमिश्नर को दी शिकायत में कहा कि इसमें न केवल भ्रष्टाचार का खेल कई विभागों ने खेला, जिस कारण रातोंरात संगीता अग्रवाल को एनओसी मिली और सरकार के साथ भी बड़ी धोखेधड़ी की गई है।