प्राचीन मूर्ति प्रकरण में हांसी एसपी, सीआईए व ज्वैलर्स की भूमिका संदेह के घेरे में : मनोज राठी
डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी
हिसार। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता मनोज राठी ने प्राचीन मूर्ति प्रकरण में हांसी पुलिस की कार्रवाई को संदेह के घेरे में बताया है। उन्होंने कहा कि हांसी की एसपी, सीआईए व ज्वैलर्स मिले हुए हैं और सब इस मामले में सच्चाई पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं। मनोज राठी ने कहा कि तीन दिन पहले उन्होंने बबलू के साथ एडीजीपी को शिकायत दी जबकि मामला काफी पुराना है। एडीजीपी ने जब जांच बैठाई और जांच के बाद वे मामले से पर्दा उठाने ही वाले थे कि हांसी पुलिस ने ज्वैलर्स की शिकायत पर बबलू व चार अन्य पर केस दर्ज कर लिया। ऐसे में सवाल उठता है कि काफी पुराना मामला होने के बावजूद हांसी की एसपी ने पहले केस दर्ज क्यों नहीं करवाया, अब वो ज्वैलर्स ही शिकायतकर्ता बन गया जो खुद इस मामले में आरोपी व संदेह के घेरे में हो। उन्होंने कहा कि ज्वैलर्स विवेक ने अब से पहले क्यों शिकायत नहीं दी, बबलू का कहना है कि खुद विवेक ने ही सेंटिंग करके सीआईए से उसे पकड़वाकर मूर्ति जब्त करवाई और अब वह शिकायतकर्ता बन रहा है। यही नहीं, जब ज्वैलर्स ने बबलू को मूर्ति की जांच के लिए हिसार बुलाया था और यदि उसके कहे अनुसार मूर्ति नकली भी है तो, उक्त ज्वैलर्स हिसार में वहीं पर शिकायत देता जहां पर उसकी मुलाकात बबलू से हुई थी और दोनों में बातें हुई थी। मनोज राठी ने एडीजीपी श्रीकांत जाधव की कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने उम्मीद के मुताबित तीन दिन में जांचं पूरी करके पूरी सच्चाई सामने ला दी लेकिन पूरे मामले में हांसी की एसपी व सीआईए स्टाफ संदेह के घेरे में है।