करोड़ो की अमरूत पेयजल एवं सिवरेज योजना का लोगो को नहीं मिल रहा कोई लाभ : विजय बंसल

  • शहरी स्थानीय निकाय मंत्री को भेजा था पत्र : विजय बंसल
  • लोगो को सिवरेज,पेयजल और 3 एसटीपी प्लांट समेत सुविधाओं का मिलना था लाभ : विजय बंसल
  • 2 साल से पाइपलाइन बिछे होने के बावजूद पानी नहीं मिल रहा,सिवरेज कनेक्शन भी अधर में लटका : विजय बंसल

रंजना शुक्ला, डेमोक्रेटिक फ्रंट,कालका – 18 मार्च :

सरकार ने लगभग 20 करोड़ की राशि मंजूर करके अमृत धारा पेयजल योजना ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए बनाई थी परन्तु अब तक इस योजना को धरातल पर लागू नही किया गया जिसको लेकर इलाके के लोगो में रोष है। शिवालिक विकास मंच के प्रधान और राज्य सरकार में चेयरमैन रह चुके विजय बंसल एडवोकेट ने कहा कि इस अमरूत पेयजल योजना का लोगो को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।करोड़ो रूपए की लागत से बनी इस परियोजना में कालोनियों में पेयजल हेतु पाइपलाइन बिछा दी है,जबकि सिवरेज के लिए टेंडर भी अलाट हो गया था परंतु लोगो को न तो पानी मिल रहा है, न ही सिवरेज का फायदा लोगो को मिल पा रहा है।

विजय बंसल ने इस मामले को लेकर हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री कमल गुप्ता को पत्र भेजा था और कहा था कि नगर परिषद कालका के अंतर्गत सुविधाओ का अभाव है, अमृत योजना में करोड़ो रूपए तो लग गए परंतु लोगो को फायदा नहीं मिला।लोगो को पेयजल सुविधाएं दी जानी जरूरी है।अब आलम यह है कि लोगो को पानी के टैंकर मंगावकर घरों के टैंकर में स्टोर करना पढ़ता है जिससे महामारी फैलने का खतरा है।इसके साथ ही नगर परिषद कालका के अधिकारियो के ढुलमुल और लापरवाह रवैया का नतीजा आमजनमानस को भुगतना पड़ रहा है।

विजय बंसल ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने 6 जुलाई 2021 को तत्कालीन शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज को भी निजी रूप से इस मामले के समाधान के लिए मिले थे जिसपर शीघ्र समाधान का आश्वासन मिला था जबकि अब 23 दिसंबर 2021 को भी जिला उपायुक्त पंचकूला महावीर कौशिक को भी इस मामले के समाधान के लिए मिले थे।विजय बंसल का कहना है कि नगर परिषद कालका में अफसरशाही हावी है और पेयजल योजना को पूरा करके पिछले साल ही पब्लिक हेल्थ विभाग को सौंपना था परंतु कार्य ही पूरा नहीं हुआ जिसका खामियाजा लोगो को भुगतना पड़ रहा है।प्रमुख रूप से इस योजना के अंतर्गत लोगो को पेयजल, सिवरेज,3 एसटीपी प्लांट समेत अन्य सुविधाओ का लाभ मिलना था जिससे लोगो को वंचित रखा जा रहा है।