संगत से ही सत्संग की होती है शोभा : महात्मा निज अभेदानंद
मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 11 मार्च :
इंद्रप्रस्थ कॉलोनी बरवाला में स्थित पंडित हजारी लाल सदन बरवाला के प्रांगण में सत्संग का आयोजन किया गया और भंडारा चलाया गया| इस सत्संग में महात्मा निज अभेदानंद ने उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष प्रवचन करते हुए कहा कि संगत से ही सत्संग की शोभा होती है और सत्संग आत्मा को शक्ति देता है| असली पूंजी मालिक की भक्ति है| उन्होंने प्रवचन करते हुए कहा कि सुखों के पदार्थों को एक तराजू में रखा जाए और दूसरी तराजू में सत्संग को रखा जाए तो तोल करने पर सुखो के पदार्थों का पलड़ा सत्संग के पलड़े को हिला नहीं पाएगा| सत्संग का पलड़ा भारी रहेगा|
इस दौरान महात्मा निज अभेदानंद द्वारा गाए गए भजन खुशियों का सांवरिया सब ठाठ देता है पर ज्यादा उड़ने वालों के पर काट देता है पर उपस्थित श्रद्धालुगण झूम उठे| इससे पूर्व इस सत्संग में श्रद्धालुओं द्वारा जिसकी जुबां पर प्रभु का नाम होगा उसका तो आसान हर काम होगा समेत कई धार्मिक भजनों का गुणगान किया गया| भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया|
इस अवसर पर महात्मा अखंड अलख आनंद, आयोजनकर्ता कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य डॉक्टर हर्षमोहन भारद्वाज, एडवोकेट नरसिंह सेलवाल, रमेश बजाज, चेयरपर्सन नवप्रीत कौर शाह, अंतर्राष्ट्रीय अवॉर्डी महेंद्र सेतिया, केवल कृष्ण आर्य, शिवकुमार कौशिक, सतीश पाहवा, नीलम सलूजा, वीरेंद्र गुप्ता, रघुबीर सिंह, नफे रंगा व अमित कथूरिया समेत सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालुगण मौजूद रहे|