शिक्षित नारी, शिक्षित समाज,संभव होगा देश का विकास : डॉ अंजू बाजपेयी
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 09 मार्च :
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उत्थान संस्थान के प्रांगण में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अध्यक्ष संगीता सिंघल के नेतृत्व मे अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का आगाज मुख्य अतिथि विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के कर कमलों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम मे उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने मुख्य अतिथि विधायक घनश्याम दास अरोड़ा का स्वागत किया।मुख्य अतिथि घनश्याम दास ने सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 08 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर में महिलाओं के त्याग, साहस और सम्मान को समर्पित दिन होता है। महिलाएं समाज का एक अहम हिस्सा हैं, लेकिन बदलते वक्त के साथ महिलाएं आज राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान दे रही हैं। खेल जगत की बात करें, मनोरंजन की या फिर राजनीति के क्षेत्र में, महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रही हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जिला अध्यक्ष संगीता सिंघल ने सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य ये है की महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। वर्तमान समय में समाज के हर क्षेत्र में महिलाएँ पुरुषो के कंधे से कन्धा मिलाकर चल रही है। विज्ञान-प्रौद्योगिकी से लेकर अन्तरिक्ष तथा राजनीति से लेकर वाणिज्य तक महिलाओ ने हर क्षेत्र में सफलता की नयी बुलंदियों को हासिल किया है। वर्तमान समय में विश्व में संभवतः ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहाँ महिलाएँ बदलाव के वाहक के रूप में प्रमुख कारक ना हो।
कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने कहा कि समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने एवं महिलाओं के अधिकार के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रतिवर्ष अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जाता है। नारी अपने प्रत्येक रूप में सम्माननीय है। यूँ तो महिलाओं के लिए किसी ख़ास दिवस की दरकार नहीं है। प्रत्येक दिन उनका समर्पण अपने घर परिवार और समाज में रहता है। केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में पितृसत्तात्मक सोच का बोलबाला रहा है जिसने स्त्री के महत्व को एक लंबे समय तक नज़रंदाज़ किया है। लेकिन बीते कुछ समय से सभ्यता ने करवट ली है और महिलाओं ने सीमाओं से परे हर क्षेत्र में अपना प्रदर्शन किया है। महिला बेटी है, माँ है, पत्नी है, बहन है, दोस्त है और हर किरदार में महिला का अपना महत्व है।मौके पर आई हुई महिलाओं को घनश्याम दास अरोड़ा व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जिला अध्यक्ष संगीता सिंघल और उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने उन सभी महिलाओं को सम्मानित किया जिन्होंने बिना किसी लालच के कोविड के दौरान समाज सेवा मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और आगे भी समाज सेवा मे बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी निभा रही है।सभी सम्मानित महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।