1947 के बाद अनिल विज पहले ऐसे गृह मंत्री जिन्होंने नहीं लिया महलनुमा सरकारी बंगला : शांडिल्य

  • एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अनिल विज अवतार और उनका जन्म जनसेवा के लिए हुआ, छावनी के कारण पूरे देश में अम्बाला का नाम ऊंचा हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 04 मार्च :

1947 के बाद अनिल विज पहले ऐसे आजाद भारत के गृह मंत्री है जिन्होंने चंडीगढ़ जैसे शहर में महलनुमा सरकारी बंगला नहीं लिया बल्कि सुबह सरकारी आॅफिस जाकर शाम को अपने पैतृक निवास और अपने लोगों के बीच आ जाते हैं। उपरोक्त शब्द एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने सुमन भटनागर के पीटीआई दफ्तर के उद्घाटन में अनिल विज की मौजूदगी में बोलते हुए कहे। भटनागर के कार्यालय पहुंचने पर वीरेश शांडिल्य ने फूलों का गुलदस्ता अनिल विज को भेंट किया।

इस अवसर पर धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के लोग भी मौजूद थे। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अनिल विज हरियाणा की पौने तीन करोड़ जनता के लिए अवतार है और उनका जन्म ही जनसेवा के लिए हुआ और पौने तीन करोड़ जनता को जस्टिस देने के लिए हुआ है। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अनिल विज का जनसेवा में बहुत बड़ा विजन है और अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के कारण जहां से अनिल विज छठी बार विधायक है पूरे देश में अम्बाला का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया।

शांडिल्य ने अनिल विज को बेदाग बताया और कहा कि अनिल विज एक ऐसा राजनेता है जो एक लकड़ी के साधारण तख्त पोश पर सोते हैं। इस तरह की सोच राजनीति में संतों की ही हो सकती है। और अनिल विज को हरियाणा के लिए अवतार कहो, संत कहो और आज प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता को जस्टिस डिलीवर करने का काम कर रहे हैं।

अनिल विज 2019 में गृह मंत्री बने, तब से हरियाणा पुलिस व खाकी का सम्मान प्रदेश की जनता में बढ़ा है और पूरे देश में हरियाणा पुलिस का रूतबा अनिल विज के नेतृत्व में बढ़ा है।