रक्तदान करके प्रदीप पूनिया ने वैवाहिक वर्षगांठ को बनाया यादगार
—परिवार के सभी सदस्य हर शुभ अवसर पर कर रहे रक्तदान—
—डा. बलकार पूनिया व अमरजीत कौर द्वारा शुरू की गई मुहिम ला रही रंग—
डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी
हिसार। समाज मे बदलाव लाने के लिए अच्छे कार्य की शुरुआत घर से ही करनी पड़ती है और यदि पूरा परिवार पुण्य के कार्य में शामिल हो तो वो एक कारवां बन जाता है। इसी को सार्थक करते हुए गांव किरोड़ी निवासी, पूनिया फार्म हाउस के मालिक दंपति डॉ. बलकार सिंह व उनकी धर्मपत्नी अमरजीत कौर द्वारा 13 साल पहले एक मुहिम रक्तदान-महादान की शुरुआत की गयी थी। उनका कहना था कि किसी भी शुभ अवसर पर अपने जन्मदिन, परिवार के किसी भी सदस्य का विवाह, वर्षगांठ या कोई भी नौकरी, तरक्की जैसे शुभ अवसर हो, उस पर रक्तदान जरूर करें। इसी मुहिम को पूनिया परिवार के सभी सदस्य मिलन फाउंडेशन संस्था के साथ निरंतर जारी रखे हुए है। इसी कड़ी में परिवार के सदस्य प्रदीप कुमार पूनिया ने अपनी तीसरी वैवाहिक वर्षगांठ पर हिसार के नागरिक हस्पताल में रक्तदान किया। प्रदीप पूनिया अपने विवाह के दिन सुबह रक्तदान के बाद ही बारात लेकर सुसराल गया था। यही नही डॉ. बलकार सिंह व अमरजीत कौर अपने बच्चो के जन्मदिन पर 21 बार रक्तदान कर चुके हैं और इनका पूरा परिवार महिला हो या पुरुष हर अवसर पर रक्तदान करते हैं। इसी के चलते अब तक पूनिया दंपति की मुहिम से 100 से अधिक लोग विशेष अवसरों पर नियमित रक्तदान करते हैं क्योंकि रक्तदान को सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है। उनका कहना है कि समय पर रक्त मिलने से किसी की मां, किसी के पिता, किसी की बेटी व बेटे की जान बचती है और उनको रक्त लेने व देने वाले दोनों को ये नही पता होता कि ये जीवन दान किसके द्वारा किसको दिया गया है।
प्रदीप पूनिया ने रक्तदान के बाद बताया कि उनकी बहुत खुशी की अनुभूति हो रही है, क्योंकि प्रदीप के बड़े भाई दीपक पूनिया भी अपनी वैवाहिक वर्षगांठ पर रक्तदान करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे चाचा डॉ. बलकार सिंह पूनिया व चाची अमरजीत कौर द्वारा चलाई गयी एक पुण्य कार्य की अमरबेल हम सभी को मिलकर आगे बढ़ानी है। डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि उनके अलावा उनके छोटे भाई कुलदीप सिंह व उनकी धर्मपत्नी सुमन भी बच्चों के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं। बड़े भाई का लडक़ा कार्तिक पूनिया भी इसी मुहिम मे जुडक़र रक्तदान के महाकुभ में अपनी आहुति दे रहा है। बड़े भाई जयबीर सिंह इस मुहिम को अपनी माता जी लक्ष्मी देवी का आशीर्वाद मानते है। उन्होंने बताया कि उनकी माता जी धर्म पुण्य का कार्य करती थी, उन्हीं की प्रेरणा से सभी परिवार के सदस्यों में ये संस्कार आये हैं। डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि समाज को खूबसूरत बनाने के लिए हमें अच्छी सकारात्मक सोच के साथ समाज कल्याण के कार्य भी करने चाहिए। देश में रक्त की मांग ज्यादा है, उसकी तुलना मे रक्त की पूर्ति नहीं हो रही है और सबसे बड़ी समस्या इसका अभी तक विकल्प नहीं है, इसीलिए करते रहे रक्तदान-महादान।