बीमारियों से बचने के लिए मोटे अनाज का प्रयोग जरूरी : डाॅ मीनू जैन

रेसिपी प्रतियोगिता में बीएससी गृह विज्ञान की छात्रा कीर्ति ने मारी बाजी यमुनानगर।

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 24 फरवरी :

महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में डीएवी गल्र्स काॅलेज के गृह विज्ञान विभाग, हाॅस्पिटैलिटी विभाग व अग्रवाल महिला सभा के संयुक्त तत्वावधान में रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छात्राओं ने मोटे अनाज के जरिए पारंपरिक व्यंजन तैयार किए। अग्रवाल महिला सभा की अध्यक्ष मनीषा अग्रवाल मुख्य अतिथि रहीं। कालेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का आयोजन गृह विज्ञान विभाग अध्यक्ष पारूल सिंह की देखरेख में हुआ।

काॅलेज की पूर्व प्राचार्या डाॅ आभा खेतरपाल ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की। डाॅ मीनू जैन ने कहा कि आज की जीवन शैली में मोटे अनाज का उपयोग करके अनेक रोगों से निजात पाई जा सकती है। मोटे अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और वसा की मात्रा शून्य या बहुत ही नगण्य होती है, जो हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है। जो व्यक्ति नियमित रूप से मोटे अनाज का प्रयोग करते हैं, वे मोटापा, हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह जैसे रोगों से बचे रहते है। 

डाॅ आभा खेतरपाल ने कहा कि मोटे अनाज रागी में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। जो कि मांसपेशियों व हडिडयों को मजबूती देता है। बाजरे में प्रोटीन, लौह तत्व, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जौ में रेशे, एंटी ऑक्सीडेंट, मेग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है। जो कब्ज और मोटापे से परेशानी को दूर करने में सहायक है। दलिया, रोटी और खिचड़ी के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है।

बीएससी गृह विज्ञान प्रथम वर्ष की कीर्ति ने पहला, बीए द्वितीय वर्ष की खुशी ने दूसरा तथा गृहणी शिल्पा गुप्ता ने तीसरा स्थान अर्जित किया। बीए अंतिम वर्ष की प्रीति व बी काॅम की दिव्या को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।