नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के बीच की खाई को पाटने के तरीके बताए डॉ. उर्वशी शर्मा ने
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चण्डीगढ़ – 17 फरवरी :
पीजीजीसी-46 के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग और वाणिज्य विभाग की ओर से कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल, पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ द्वारा प्रायोजित कॉरपोरेट सेक्टर और बिजनेस मैनेजमेंट में बदलते प्रतिमान विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने सम्मेलन का उद्घाटन किया।
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के विभाग की प्रोफेसर डॉ. उर्वशी शर्मा मुख्य अतिथि थीं और रविंदर सिंह, सेवानिवृत्त सीईओ, अरब आयरन एंड स्टील कॉर्पोरेशन, यमन गणराज्य, सम्मानित अतिथि थे। डॉ. निशी शर्मा, प्रोफेसर, यूआईएएमएस, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ मुख्य वक्ता ने नवाचार के लिए परिवर्तन और डोमेन के विभिन्न प्रतिमानों को समझाया, जिसमें विपणन, वित्त, मानव संसाधन और संचालन जैसे सभी क्षेत्रों में परिवर्तन शामिल है। उन्होंने कहा कि बदलाव को प्रबंधित करने के लिए फोकस क्षेत्रों में एक दृष्टि रखना, लचीला होना, तार्किक तर्क देना, संगठनात्मक कौशल का निर्माण करना और पर्यावरण के अनुकूल होना है। डॉ. उर्वशी ने नीति निर्माताओं और उद्योग के बीच की खाई को पाटने के तरीके बताए।
रविंदर सिंह ने कहा कि आसपास के क्षेत्र में अनबाउंड विकास हुआ है, जिसे अंतर को कम करने के लिए खोजा जाना चाहिए। सम्मेलन के दौरान संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा सम्मेलन के विभिन्न उप विषयों पर कुल 32 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ उर्वशी शर्मा और सह-अध्यक्षता डॉ सोहनलाल ने की, दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ संजीव शर्मा और सह-अध्यक्षता डॉ मनजिंदर सिंह ने की और तीसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ तनुजा तलवार और सह-अध्यक्ष सीए मस्तान सिंह चंब्याल ने की।डॉ. योजना रावत, निदेशक, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ समापन सत्र में मुख्य अतिथि थे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. राजेश कुमार, वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने आयोजन सचिव डॉ. मुकेश चौहान और कॉन्फ्रेंस की कोऑर्डिनेटर डॉ. सुरिंदर कौर को बधाई दी।