चंडीगढ़ की वेटलिफ्टिर डोप टेस्ट में पॉज़िटिव
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 04 फरवरी :
चंडीगढ़ की वेटलिफ्टिर वीरजीत कौर डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई हैं। गुजरात राष्ट्रीय खेलों की 55 किलो भार वर्ग में वेटलिफ्टिर ने रजत पदक हासिल किया था। कहा जा रहा है कि डोप प्रकरण में फंसे खिलाड़ियों को स्पष्टीकरण देने का मौका मिलेगा। अगर खिलाड़ी फिर भी दोषी नाए जाते हैं तो इन पर 2 से 4 साल का प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इस स्थिति में जीता गया मेडल और सर्टिफिकेट मुकाबले में कांस्य हासिल करने वाले को अवार्ड किए जा सकते हैं। गुजरात में पिछले वर्ष 29 सितंबर से 12 अक्तूबर को आयोजित इन खेलों में नाडा की ओर से सैंपलिंग की गई थी। राष्ट्रीय डोप टेस्ट लैबोरेटरी की टेस्टिंग में दो वेटलिफ्टर में से एक वीरजीत कौर पॉजिटिव पाई गई।
कोच को था शक, साल पहले ही सैक्टर-42 सेंटर से कर दिया गया था बाहर
वहीं, सैक्टर 42 खेल परिसर के वेटलिफ्टिंग कोच करणबीर सिंह भुट्टर का कहना है कि वीरजीत कौर को मैंने एक साल पहले सैक्टर 42 स्थित वेटलिफ्टिंग सेंटर से बाहर कर दिया था, क्योंकि मुझे पता चला था कि वह शायद प्रतिबंघित चीजों को इस्तेमाल करती हैं। वह चंडीगढ़ से जरूर खेलती है लेकिन पंजाब में कहीं ट्रेंनिंग लेती है। मेरा वीरजीत से पिछले एक साल से कोई लेना देना नहीं हैं। पिछले वर्ष 4 जनवरी के बाद से मेरे वह संपर्क में बिल्कुल नहीं रही।
शर्मनाक बात, और कड़े नियम बनाएंगे
वहीं, शहर के पूर्व साई के वेटलिफ्टिंग कोच वर्तमान में रैफरी और राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य केडीएस नागरा ने कहा कि शहर की प्लेयर का डोप में पॉजिटिव आना शर्मनाक बात हैं, उन्होंने कहा कि भविष्य में प्रतिबंधति दवाई के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए और भी कड़े नियम बनाएंगे जाएंगे।
चयन में सीओए का कोई रोल नहीं , फेडरेशन भेजे है नाम
वहीं, मसले पर चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव एनएस ठाकुर का कहना है कि राष्ट्रीय खेलों में दल के चयन में सीओए का कोई रोल नहीं है, हमें जो नाम पोटर्ल पर फेडरेशन में भेजे है हम पर उस पर क्लीक कर देते हैं।
चंडीगढ़ ने जीते थे 11 पदक
गुजरात राष्ट्रीय खेलों में चंडीगढ़ के दल ने तीन स्वर्ण सहित चार-चार रजत-कांस्य के साथ कुल 11 पदक जीते थे। इस प्रदर्शन की बदौलत चंडीगढ़ 19वें पायदान पर रहा था।