प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भा.ति.सी.पु.बल, में 477वें जीडी बैच का हुआ दीक्षांत एवं शपथ समारोह
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़- 31 जनवरी :
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू , पंचकुला (हरियाणा ) में दिनांक 31.01.2023 को 477वें जीडी रिकरूट बैच के 13 राज्यों के 38 हिमवीर एवं 12 हिमवीरांगनाएं कुल-50 प्रशिक्षणार्थियों की दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र इस समारोह के मुख्य अतिथि थे ।
राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक, बीटीसी द्वारा मुख्य अतिथि महोदय का स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्री अश्वनी कुमार, उप महानिरीक्षक, एन.आई.टी.एस.आर.डी.आर., श्री विक्रांत थपलियाल, सेनानी एवं प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र के समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे। इन सभी प्रशिक्षणार्थियों की शैक्षिक योग्यता, 10वीं- 16, 12वीं- 24, स्नातक- 07 एवं स्नातकोत्तर- 03, । इस परेड की कमान कांस्टेबल/जी0डी0 ललित मोहन बिष्ट 29वीं वाहिनी ने संभाली तथा कांस्टेबल/जी0डी0 कवेन्द्र 41वीं वाहिनी को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी घोषित किया गया।
मुख्य अतिथि महोदय द्वारा विजेताओं को ट्रफियॅा देकर सम्मानित किया गया । प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू के डायमंड जुबली के अवसर पर 17 अधिकारियों को उत्कृष्ट कार्य करने पर मुख्य अतिथि महोदय द्वारा महानिरीक्षक प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया।
महोदय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को बेसिक प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाए दी, और कहा कि आज आप सभी प्रशिक्षणार्थी अपनी बेसिक ट्रेनिंग पूर्ण करने के उपरांत इस बल के हिमवीर परिवार में एक प्रशिक्षित सदस्य के रूप में शामिल हो गये हैं। आप सभी बहुत भाग्यशाली हैं, कि आप सभी को देश सेवा का अवसर आई.टी.बी.पी. जैसे अनुशासित बल में प्राप्त हुआ है। आशा करता हूं, कि आप ने जो इस केन्द्र में ज्ञान अर्जित किया है, उसे कायम रखते हुये अपने जीवन में और अधिक सीखने का प्रयास करेगें। तत्पश्चात बैंड, जूडो. पीटी और जांबाज टीम द्वारा बाइकर्स पर विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन किये गये, जिसे दर्शक दीर्घा में बैठे लोंगो द्वारा बहुत सराहना की गई।
ईश्वर सिंह दूहन, महानिरीक्षक द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों का मनोबल बढाया गया तथा शारीरिक तथा मानसिक रूप से सक्षम बनाने के उददेश्य से इन प्रशिक्षणार्थियों को ड्रिल, वैपन, मैप रीडिंग तथा हथियारों की सिखलाई इत्यादि विषयों पर 44 सप्ताह का कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिससे प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी आने वाली सभी चुनौतियों का सामना आसानी से कर सके। अंत में महोदय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी ।