पौधारोपण के साथ-साथ उनकी देखभाल भी जरूरी : डा. मंजू मेहता

होम साइंस कॉलेज की छात्राओं ने डोभी में ग्रामीणों को किया पौधारोपण के प्रति जागरूक


हिसार/पवन सैनीचौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं ने ग्रामीण गृह कार्य अनुभव कार्यक्रम के तहत डोभी गांव में पौधारोपण किया। पौधारोपण करके ऑक्सीजन संरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया। छात्राओं ने ग्रामीणों को भी पौधारोपण के प्रति जागरूक किया।
महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. मंजू मेहता ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। इसके साथ ही उसकी देखभाल भी अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका डा. बीना यादव ने बताया कि हमारे आसपास का परिवेश जितना साफ सुथरा होगा उतना ही हम स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि घर में या खेत में एक पौधा जरूर लगाएं ताकि हम अपने आने वाले कल को सुनहरा बना सकें। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। पौधे लगाएंगे तो पर्यावरण स्वच्छ रहेगा जिससे वायु प्रदूषण के कारण होने वाली बीमारियां भी कम होगी।इसका मुख्य उद्देश्य केवल पौधा लगाना नहीं है इसके साथ-साथ  उन्हें समय-समय पर पानी देना, पशुओं से बचाना, मौसम की मार से सुरक्षित रखना है।
डा. इला रानी व डा. प्रोमिला चहल ने कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए छात्राओं को ग्रामीण गृह कार्य अनुभव बारे विस्तार से जानकारी दी और रैली का आयोजन किया। ग्रामीण गृह कार्य अनुभव कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं को विभिन्न ग्रुपों में बांटा गया। पहले ग्रुप की ओर से ग्रीनिंग मदरलैंड थीम पर पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान अमरूद, जामुन, शीशम, बरगद, मीठा नीम लगभग 200 पौधे लगाए गए। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने सांसे हो रही है कम-आओ पेड़ लगाए हम।। पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ के नारे लगाते हुए गांव में रैली निकालकर पौधारोपण को बढ़ावा देने, वातावरण का साफ सुुथरा रखने का संदेश दिया। गांव की महिलाओं और बच्चों ने भी पौधारोपण में बढ़ चढ़कर भाग लिया। छात्राओं ने ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने को प्रेरित किया।
गांव के सरपंच आजाद सिंह हिंदुस्तानी और गांव की अन्य महिलाएं एवं लड़कियों ने रामबाग भूमि में पौधारोपण किया गया। सरपंच आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने एचएयू की ओर से किए जा रहे कार्यक्रम को सराहनीय बताया और कहा कि इससे ग्रामीण जागरूक होंगे। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पौधारोपण समय की मांग है और ग्राम पंचायत भी ग्रामीणों के सहयोग से अधिक से अधिक पौधारोपण करवाने का प्रयास करेगी।