स्वामी विवेकानन्द जी महिला सशक्तीकरण के सच्चे पक्षधर थे : प्रियंका पुनिया
संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 12 जनवरी :
आज भारत विकास परिषद सूरज शाखा,पंचकुला द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की स्मृति में युवा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने स्वामी विवेकानन्द जी को श्रद्धांजली अर्पित की । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पाई अकैडमी की संस्थापक तथा सूरज शाखा की संस्कार प्रमुख श्रीमती प्रियंका पुनिया ने बताया की स्वामी जी द्वारा दी गयी सीख़ का आज के युवा के जीवन में क्या महत्व है ।
श्रीमती पुनिया ने विवेकानन्द जी के जीवन तथा उनके द्वारा दी गयी शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया की किस तरह से उनके द्वारा दी गयी हर सीख हर उम्र के इंसान के जीवन में उत्साह तथा उल्लास भरती है। स्वामी विवेकानन्द जी हर इंसान को शारीरिक , बौद्धिक तथा मानसिक रूप से सशक्त होने का संदेश देते थे ।स्वामी जी ने समाज को बताया की वेद और उपनिषदों में महिलाओं ने उच्चतम सत्यों को सिखाया तथा पुरुषों के बराबर ही सम्मान प्राप्त किया। आत्मा में कोई लिगभेद नहीं है सब कुछ आत्मा है ।
उनके अनुसार हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम पुरुष और महिलाएं हैं,अपितु हम केवल मनुष्य हैं, जो एक दूसरे की देखभाल करने और एक दूसरे की मदद करने के लिए पैदा हुए हैं। जब तक हम समाज में महिला की स्थिति का आकलन नहीं करते तब तक हम समाज के कल्याण तथा उन्नति के बारे में नहीं सोच सकते। नारी सशक्तीकरण के बारे में उनके विचार काफ़ी महत्वपूर्ण तथा उच्च थे।
उन्होंने कहा था की अगर आप किसी को शेर बनने नही देते है, तो वह लोमड़ी बन जाएगा। महिलाएं स्वयं एक शक्ति हैं, केवल अब यह बुराई के कारण है, क्योंकि पुरुष महिला पर अत्याचार करता है; वह लोमड़ी है, परन्तु जब वह उत्पीडित नही की जायेगी, तो वह शेरनी बन जाएगी। किसी को महिलाओं को सशक्त करने की ज़रूरत नहीं अपितु महिलायों को शिक्षित करना चाहिए एवम् अपनी समस्याओं को अपने तरीक़े से हल करने की स्थिति में रखा जाना चाहिये ।
इस अवसर पर सूरज शाखा के अध्यक्ष अशोक सिंगला जी ने स्वामी युवाओं से आह्वान किया कि उन्हें विवेकानन्द जी की शिक्षाओं को जीवन में उतारना चाहिये । शाखा सचिव के सी मेहता ने मिसेज़ प्रियंका पुनिया का धन्यवाद किया।