राहुल गाँधी का नया झूठ- संघ वाले नहीं बोलते ‘हर हर महादेव’

  • पहले पुजारियों पर उगला जहर, अब RSS को बता दिया 21वीं सदी का कौरव

            राहुल गांधी ने कहा कि भारत ‘तपस्वियों’ का देश है न कि ‘पुजारियों’ का। युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के उज्ज्वल पंडित ने आरोप लगाया कि गांधी ने भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपराओं का अपमान किया है जिसमें पुजारियों ने केंद्रीय भूमिका निभाई है। उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया है कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस नेता दिखावे के लिए ‘जनेऊ’ पहनते हैं और अपने सिर पर तिलक लगाते हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भाजपा-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) लोगों को उनकी पूजा करने के लिए मजबूर करते हैं।

Rahul Gandhi: राहुल के इस बयान से भड़का संत समान, कांग्रेस नेता को दी ये  कड़ी हिदायत , This statement of Rahul got provoked like a saint
राहुल गांधी के इस बयान से भड़का संत समाज

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 09 जनवरी :

            हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज करनाल के बाद अब कुरुक्षेत्र के पुराना बस स्टैंड पर समाप्त हो चुकी है। कुरुक्षेत्र में राहुल गांधी के करीब जाने को लेकर कांग्रेसी वर्करों और पुलिस के बीच हलकी झड़प हुई। पुलिस ने धक्का देकर कांग्रेसी समर्थकों को वहां से दूर खदेड़ा। वहीं पानीपत में पुलिस कर्मी ने भारत जोड़ो यात्रा की गाड़ी तोड़ दी। वहां यात्रा की पिकअप गाड़ी पर VVIP पास लगा हुआ था। जिसकी वजह से जाम लगा हुआ था।

            इससे पहले राहुल गांधी ने बहु समाना में प्रेस कान्फ्रेंस की। यहां राहुल ने कहा कि कांग्रेस तपस्वियों का संगठन है। वहीं RSS और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबरन पूजा करवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह देश तपस्वियों का है, पुजारियों का नहीं।

            इससे पहले दोपहर में करनाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस तपस्या का संगठन है। भाजपा पूजा का संगठन है। पूजा 2 तरीके की होती है। नॉर्मली पूजा भगवान के पास जाकर होती है। RSS की पूजा अलग है।

            वह चाहता है कि जबरन उनकी पूजा हो। मोदी जी चाहते हैं कि जबरन उनकी पूजा हो। देश में सब लोग उनकी पूजा करें। उसका रिस्पॉन्स तपस्या ही हो सकती है। कांग्रेस की तपस्या में कमी हो गई थी, यात्रा से उसे पूरा कर रहे हैं।

            हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक बार फिर बोलते हुए राहुल गाँधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को कौरव बता दिया। उन्होंने कहा कि महाभारत काल में कौरव हुए थे। वही कौरव इन दिनों RSS के रूप में मौजूद है। उन्होंने कहा कि पांडवों ने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली थी।

            स्वामी दीपांकर ने कहा कि राहुल गाँधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा को अपनी ‘मोहब्बत की दुकान’ के रूप में वर्णित किया था, लेकिन अब ‘नफरत’ की बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस नेता को बोलने से पहले सोचना चाहिए। उन्होंने पूछा, “तो क्या पुजारियों को समुद्र में फेंक देना चाहिए?”

            युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के उज्ज्वल पंडित ने आरोप लगाया कि राहुल गाँधी ने भारत की उन परंपराओं का अपमान किया है, जिसमें पुजारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस नेता अपने शो के लिए सिर पर ‘जनेउ’ पहनते थे और तिलक लगाते थे। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी की टिप्पणी ब्राह्मणों के खिलाफ है।

            विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राहुल गाँधी के बयान के कॉन्ग्रेस का  हिंदू विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है और इसके लिए उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 70 वर्षों में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने, मुस्लिम तुष्टीकरण करने और ईसाई मिशनरियों को बढ़ावा देने और अब हिंदू राष्ट्र के मद्देनजर अवसरवादी बनने के लिए कॉन्ग्रेस जिम्मेदार है।