नए मेयर पर निर्भर होगा सब कमेटियों का गठन
राकेश शाह
डेमोक्रेटिक फ्रंट चंडीगढ़
वर्तमान मेयर सरबजीत कौर के कार्यकाल में पार्षदों की अध्यक्षता वाली सब कमेटिया गठित नहीं हो सकी थी। अब उम्मीद की जानी चाहिए नए वर्ष में नए मेयर के कार्यकाल में सब कमेटियों का गठन किया जाएगा। अमूमन मेयर चुनाव के कुछ समय बाद सब कमेटियों का गठन कर लिया जाता रहा है। हालांकि पिछले वर्ष नई निगम सदन गठन और मेयर चुनाव के बाद से सब कमेटियों के गठन का इंतजार पूरे वर्ष बना रहा। तब कहा जाने लगा कि मनोनित पार्षदों की नियुक्ती के बाद ही सब कमेटियों के गठन का रास्ता साफ हो सकेगा।
मनोनित पार्षदों की नियुक्ती अक्तूबर में जाकर हो सकी। ऐसे में महज तीन महीने के लिए सब कमेटियों का गठन तर्कसंगत नहीं समझा गया।
सब कमेटियो में जगह भी उन पार्षदों को ज्यादा जिस दल का होगा मेयर
सब कमेटियों के गठन में खास बात यह होगी कि जिस भी राजनीतिक दल भाजपा या आप में से जिस दल का मेयर चुनाव जीतकर कुर्सी पर बैठेगा उसके दल के अधिकतर पार्षद ही ज्यादा संख्या में कमेटियों में जगह बनाने में सफल होंगे। सब कुछ मेयर चुनाव के नतीजे पर निर्भर करेगा। निगम सदन में भाजपा , आप , कांग्रेस और अकाली दल मिलाकर 35 पार्षद हैं। त्रिशंकु सदन हंगामेदार वैसी रहती है। सब कमेटियों में भी एक – दूसरे के प्रति वैचारिक मतभेद से विवाद की स्थिति भी बनी रह सकती है।
जनवरी में मेयर चुनाव तो फरवरी में सब कमेटियों का गठन सही समय
जनवरी में मेयर चुनाव के बाद फरवरी में सब कमेटियों का गठन सही समय माना जा सकता है। वर्ष 2017 में फरवरी में सब कमेटियों का गठन कर लिया गया था। लेकिन ठीक उसी वर्ष मनोनित पार्षदों के मतों के अधिकार छिनने के फैसले के बाद वर्ष 2018 में कानूनी राय लेने के बाद उसी वर्ष जून-जुलाई में जाकर सब कमेटिया गठित हो सकी थी। इसी तरह अगले वर्ष 2019 में भी छह महीने वाली स्थिति रही। लेकिन वर्ष 2020 में सब कमेटियां जनवरी में ही गठित कर दी गई। 2021 के अंतिम सदन कार्यकाल में सब कमेटियों का गठन फिर से छह महीने के अंतराल के बाद किया जा सका।
शहर के विकास में अहम भूमिका निभाती आई है सब कमेटियां
शहर के विकास में सब कमेटियों की भूमिका अहम रही है। बल्कि पार्षदों की निगम के साथ एक भागीदारी भी सुनिश्वित होती है साथ ही उनका विकास के प्रति विजन भी सामने आता है। समय समय पर प्रस्ताव तैयार का अंतिम मुहर के लिए सदन की बैठक में लाए जाते हैं।
यह हैं सब कमेटियां
-इंफोसर्ममेंट कमेटी
-इनवॉयरमेंट एंड सिटी ब्युटिफिकेशन
-वॉटर सप्लाई एंड सीवरेज
-फायर एंड रेस्कयू कमेटी
-हाउस टैक्स
-सेनीटेशन
-बिजली कमेटी
-वूमैन इंम्पॉवरमेंट
-अपनी मंडी डे मार्केट कमेटी
-स्लम, कॉलोनी , गांव विकास
-आर्टस, कल्चर व स्पोर्ट्स
-स्ट्रीट वेंडर वेल्फेयर
-कैटल अपकीप केयर कमेटी