कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल चलाकर पंजाब की आठ वर्षीय रवि कौर का आईएएस ने पुणे में किया स्वागत 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 28 दिसम्बर :

            भारत में स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्था इंडो एथलेटिक सोसाइटी ने कल कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल पर यात्रा कर रही आठ वर्षीय रवि कौर बदेशा का पुणे शहर में स्वागत किया। शहर में इंडो एथलेटिक सोसाइटी के कार्यालय में उसके रहने और खाने की व्यवस्था की।यह 8 साल की है। पंजाब की रहने वाली रवि इस समय अपने पिता और चाचा के साथ कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर हैं।

            कल शाम उनके स्वागत और साक्षात्कार का आयोजन किया गया।इस मौके पर आईएएस सदस्य गणेश भुजबल, गजानन खैरे, अजीत पाटिल, श्रेयस पाटिल, मदन शिंदे, श्रीराम पाटिल, अनीश पाटिल, प्रशांत तायडे आदि मौजूद थे।’सेव द गर्ल चाइल्ड’, एक ऐसा विषय जिसके बारे में हर कोई जोश के साथ बात करता है लेकिन सुधार के लिए बहुत कम करता है। 8 साल की एक युवा लड़की और साइकिलिंग चैंपियन रवि बदेशा ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल चलाने का एक चुनौतीपूर्ण और कठिन मिशन शुरू करके सभी बाधाओं को पार कर लिया है।

            पटियाला जिले में ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ के लिए पहले से ही एक आइकन, अब वह लड़कियों के समर्थन में 4500 किमी की दूरी तय करके पूरे भारत में यात्रा करेंगी। एक सच्ची प्रेरणा, यह पहली बार नहीं है जब उसने इस तरह की चुनौती ली है, इस साल उसने शिमला से मनाली से नारकंडा, छितकुल, चंद्रताल झील, काजा और लोसर तक 800 किमी की दूरी तय की।यह वास्तव में एक भव्य आयोजन है क्योंकि यह इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के तहत मान्यता प्राप्त एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करेगा। उसके साथ उसके पिता सिमरनजीत सिंह और चाचा भी हैं जो पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते में कार्यरत हैं। अब तक हमने विदेशों से पुणे और देश के विभिन्न हिस्सों में हजारों साइकिल या चलने वाले यात्रियों की मदद की है, लेकिन इस छोटी लड़की के साहसिक कार्य को देखकर हम वास्तव में अवाक रह गए हैं,” संस्थापक सदस्य गजानन खैरे ने कहा।

            आज सुबह हमने आई.ए.एस.कार्यालय निगडी से बालेवाड़ी तक 50 किमी तक एक साथ साइकिल चलाई और रवि को उनकी भविष्य की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। दिनेश गुपचुप, निरंजन वेलंकर, आशीष कावरे, सतीश वारियर और संदीप परदेशी मौजूद थे।