क्रिसमस के उपलक्ष्य में ट्राइसिटी चर्च एसोसिएशन ने निकाली शोभायात्रा
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 23 दिसंबर :
प्रभु यीशु मसीह के प्रकाश दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ ट्राइसिटी में स्थित चर्चों ने ट्राइसिटी चर्च एसोसिएशन की अगुवाई मे एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया।इस में पादरी एवं हजारों चर्च मैंबर्स ने भाग लिया।
यह शोभा यात्रा सी एन आई चर्च सेक्टर 18 से शुरू होकर कैथोलिक चर्च सेक्टर 19, सेक्टर 19/27 लाइट्स, सेक्टर 20/30 लाइट्स, सेक्टर 20 मार्केट, सेक्टर 21 मार्केट, अरोमा होटल लाइट्स, सेक्टर 22 मार्केट, 22/23 लाइट्स, सेक्टर 23 मार्केट, सेक्टर 23/24 लाइट्स, सेक्टर 24 मार्केट से होते हुये सेक्टर 25 रैली ग्राउंड में समाप्त हुई। शोभायात्रा में ट्राईसिटी के विभिन्न चर्चों ने प्रभु यीशु मसीह की मनमोहक झांकियां प्रस्तुत की। प्रभु यीशु मसीह की महिमा के गीत गाए और चंडीगढ़ शहर मे पैदल चलते हुए समस्त मानवजाति के कल्याण के लिए प्रार्थना भी की।
सांता क्लॉज और क्रिसमस पर समूह गान शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रहे। शोभायात्रा में यीशु मसीह के जीवन पर आधारित विभिन्न झांकियां देखने को मिलीं।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए लॉरेंस मलिक ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह के प्रकाश दिवस को लेकर ट्राइसिटी चंडीगढ़ के गिरजाघरों में काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस का पर्व प्रेम शांति का संदेश देता है।
यह दिन सभी मानव जाति के लिए पापों से क्षमा, मुक्ति सुलह, शांति, सदभावना और प्रेम का प्रतीक है। हम बैर विरोध को त्याग के सब मिलजुल के रहें, आपस में प्रेम और सनेह रखें यही हमारी कोशिश रहनी चाहिए। धर्म जोडता है तोड़ता नहीं है। प्रभु यीशु मसीह जी ने भी यही शिक्षा दी कि आपने पडोसियों और दुश्मनों को प्रेम करो, नफरत को त्याग के जरूरतमंद लोगों की सुधि लो। मसीही लोग इसी शिक्षा बात का अनुसरण करते हैं। लॉरेंस मलिक ने कहा कि हमें यीशु मसीह से क्षमा की कला सीखनी चाहिए। किसी को उसके बुरे कर्मों के लिए क्षमा करना, सही मायने में क्रिसमस मनाना है।
इस शुभ अवसर पर ट्राइसिटी चर्च एसोसिएशन के अध्यक्ष लॉरेंस मलिक, बिशप ईगनीशीअस लयोला मैसकरेनस, फादर रॉबर्ट, रैव. तनुज पॉल, यूनुस पीटर, बिशप ब्रायन एंडरसन, पासटर अलीशा मसीह, पासटर रणदीप मैथ्यूज, पासटर जगदीश और विक्टर सिद्धू सहित अन्य भी उपस्थित थे।
वहीं शोभायात्रा के स्वागत हेतु विभिन्न सेक्टर मार्किट एसोसिएशन और निवासियों ने लंगर स्टाल लगा रखे थे। यहां शोभायात्रा में शामिल भक्तों और आमजन के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी।