नाबालिग की संदिग्ध मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने रोका रास्ता

करीब चार घंटे बाद पुलिस के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने खोला जाम

पवन सैनी,  डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार  –  05 दिसंबर :

                        जिले के गांव में नाबालिग की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को बालसमंद रोड़ पर गांव के पास रास्ता रोककर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। करीब चार घंटे जाम के बाद पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला।  

            परिजनों ने कहा कि जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक रोड पर बैठे रहेंगे। इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। परिजनों की मांग है कि मृतका के शव का दोबारा से मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम हो और दोषी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की गई। जाम लगने से वाहनों लंबी लाइन लग गई।  मौके पर पुलिस अधिकारियों ने परिजन व ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पुलिस प्रशासन परिजनों के साथ हैं अगर परिवार बेटी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नही है तो फिर से मेडिकल करा दिया जाएगा। वही ग्रामीणों ने दोषी के खिलाफ धारा 302 लगाने का मांग की। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि परिजनों के बयान पर अनुसार ही दोषी के खिलाफ धारा लगाई जाएगी। पुलिस-परिजनों में सहमति हुई कि मृतका के शव का पोस्टमार्टम अब पीजीआई में कराया जाएगा। दोषियों के खिलाफ परिजनों के बयान के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

            इसके बाद ग्रामीणों ने रोड से जाम हटा दिया लेकिन धरना जारी है। ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिल जाती उनका धरना जारी रहेगा।  रविवार दोपहर बाद नाबालिग के शव का नागरिक अस्पताल के शव घर में डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमॉर्टम किया था। परिजन व ग्रामीण डॉक्टरों की रिपोर्ट से असंतुष्ट दिखाई दिए और शव को उठाने से मना कर दिया था।

            परिजनों का कहना था कि वे पोस्टमॉर्टम से भी संतुष्ट नहीं है। प्रशासनिक कार्रवाई से भी संतुष्ट नहीं है। नाबालिग का अग्रोहा या रोहतक मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम करवाया जाए।