सीएम होते हुए पिता भजनं लाल ने भी हरियाणा में आतंकवाद को मुंह तोड़ जवाब दिया था : चंद्रमोहन
- पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा वीरेश शांडिल्य एक सच्चे भारतीय की तरह खालिस्तानी मूमेंट का विरोध कर रहे
- जेसे एक भारतीय को करनी चाहिए ग्रह मंत्री अमित शाह व अनिल विज शांडिल्य की सुरक्षा बढ़ाए
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पचकुला – 05 दिसंबर :
पूर्व डिप्टी सीएम एव कालका से लगातार चार बार विधायक रहै भाई चंद्रमोहन ने कहा कि जब पंजाब में आतंकवाद चरम सीमा पर था तो उनके पिता जो चौधरी भजन लाल जो उस समय हरियाणा के सीएम होते थे हरियाणा में आतंकवाद को मुंह तोड़ जवाब दिया और आतंकवादियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हुए थे यही कारण है कि चौधरी भजनं लाल को आतंकवादियो ने अंबाला सिटी के मानव चौक व हिसार रोड़ पर बुलाना गांव के समीप आरडीएक्स से उड़ाने की साजिश भी रची गई थी और केंद्र सरकार ने उन्हें व उनके परिवार को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की हुई थी। चंद्रमोहन ने कहा वैसे ही आज खालिस्तानी मूमेंट व पाकिस्तानी आतंकवादियो के खिलाफ जान हथेली पर रख कर एन्टी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्य्क्ष वीरेश शांडिल्य लड़ रहे हैं। और शांडिल्य वैसे ही खालिस्तानियों के खिलाफ लड़ रहे हैं जेसे एक सच्चे भारतीय को लड़ाई लड़नी चाहिए।
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन आज वीरेश शांडिल्य के सेक्टर 1 निवास पर पहुँचे जहां उनका फ्रंट के सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया। पत्रकारो से बातचीत करते हुए चंद्रमोहन ने कहा, “वीरेश शांडिल्य मेरे 30 साल से पारिवारिक सदस्य हैं और तब से वो लगातार आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं।” आज वो उनकी इस मुहिम में उनकी पीठ थपथपाने आये।
उन्होंने कहा आतंकवाद भारत की नही विश्व की ज्वलंत समस्या है।और शांडिल्य ने जो पंजाब के अंदर जाकर खलिस्तान के खिलाफ मुहिम शुरू की उससे उनके जीवन खतरे में है जब 30 सुरक्षा कर्मी होते हुए अमृतसर में सुधीर सूरी को मौत के घाट उतार दिया तो वीरेश शांडिल्य के पास मात्र दो सुरक्षा कर्मी हैं और खलिस्तान की मूमेंट चलाने वाले पंजाब में ही नही हरियाणा चंडीगढ़,हिमाचल व उत्तर भारत मे हैं ऐसे में शांडिल्य को खलिस्तानी सुधीर सूरी की तरह मौत के घाट आसानी से उतार सकते हैं ऐसे में देश के गृह मंत्री अमित शाह व हरियाणा के ग्रह मंत्री अनिल विज वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को बढ़ाने के आदेश जारी करें क्योंकि अपने परिवार की जान की परवाह न करते हुए शांडिल्य आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन्हें धमकियां भी मिलती है।
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने पत्रकारो को 18 साल पहले की बात सुनाई और कहा कि 2002 में वीरेश शांडिल्य दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक आतंकवाद विरोधी रथ यात्रा लेकर गए थे और पाकिस्तानी आतंकवादियो को ललकारते गए और उन्होंने स्वयं 2002 में चंडीगढ़ के मटका चोंक वीरेश शांडिल्य की रथ यात्रा का स्वागत किया था। उन्होंने कहा सभी राजनीतिक पार्टियों को वीरेश शांडिल्य जैसे इस युग के भगत सिंह का साथ देना चाहिए। इस मौके पर वीरेश शांडिल्य ने चंद्रमोहन को दोशाला व रामदरबार देकर संम्मानित किया।इस मौके पर कुलवत सिंह मानकपुर, संजीव सेठ, लखविंदर सिंह साधापुर, सुरेंदर पाल केके, जनार्दन ठाकुर, मुकेश ,अंकुर बिश्नोई, आदि माजूद थे।
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा वो वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर गृह मंत्री अनिल विज से मिलेंगे।क्योंकि शांडिल्य सुरक्षा की कमी के कारण मारे गए तो कोई माँ अपने बेटे को आतंकवाद के खिलाफ बोलने नही देगी और खालिस्तानियों ने सुधीर सूरी को अमृतसर में इसलिए मारा की खालिस्तानी मूमेंट के खिलाफ कोई खड़ा न हो सके।
चंद्रमोहन ने कहा हाल ही में वीरेश शांडिल्य खालिस्तानी मुमेट के खिलाफ पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन दिया था।