मात्र सुंदर दिखने के लिए नहीं, बल्कि जिंदगी बचाने के लिए भी होती प्लास्टिक सर्जरी: डा. रमेश कुमार शर्मा
- जवानी में किया धूम्रपान भी बुढ़ापे में कैंसर के लिए खतरा: डा. चित्रेश अग्रवाल
- महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में सुंदर दिखने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी का क्रेज ज्यादा: डा. रमेश कुमार शर्मा
- प्लास्टिक सर्जन मोल्डर भी तथा टिशूज को ट्रांसफर करने के लिए भी सक्षम
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला, 20 नवंबर:
इंडियन मेडीकल एसोसिएशन (आईएमए) पंचकूला के साथ मिलकर पारस अस्पताल द्वारा एक सीएमई का आयोजन किया गया, जिसमें जाने माने प्लास्टिक सर्जन रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि पहले लोगों में प्लास्टिक सर्जरी करवाना मात्र सुंदर दिखने तक था, परंतु अब लोग जागरूक हो रहे हैं तथा ऐसे कई गंभीर केसों में भी प्लास्टिक सर्जन या री-कंस्ट्रक्शन सर्जरी एक अहम भूमिका निभा रहा है। पारस अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डा. रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि जैसे कुम्हार एक मिट्टी के बर्तन को कोई भी आकार में बदल सकता है, वैसे ही एक प्लास्टिक सर्जन भी इंसान के टिशूज को किसी भी तरह मोल्ड यानि आकार दे सकता है। इस मौके उन्होंने अपने कार्यकाल में की गई चुनिंदा असंभव सर्जरी संबंधी बारे विस्तार से बताया कि कैसे उन्होंने कई कटे हुए अंगों को दोबारा जोडक़र लोगों को नया जीवनदान दिया है। उन्होंने बताया कि आजकल महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में सुंदर दिखने के लिए कास्मेटिक सर्जरी को महत्व दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मेडीकल ऑनकोलॉजी के सीनियर कंस्लटेंट डा. चित्रेश अग्रवाल ने महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के अलावा लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर संबंधी जागरूक किया। उन्होंने लोगों को समय रहते अपने शरीर की मेडीकल जांच करवाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अकसर महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर के लक्ष्णों को छुपाती है, जो कि भविष्य में उनके लिए काफी हानिकार बनता है। इस अवसर पर उन्होंने कैंसर से संबंधित कई आंकड़ों को पेश किया जिसमें बताया कि कैंसर स्क्रीनिंग किसमें, कब व कैसे होनी चाहिए। इस मौके उन्होंने धूम्रपान को लंग का सबसे बड़ा कारण बताते हुए कहा कि लोग अकसर बुढ़ापे में आकर सिगरेट आदि पीना छोड़ देते हैं, परंतु जवानी के समय किए गए धूम्रपान का भी असर लंबे समय तक शरीर में रहता है।
इस अवसर पर पारस अस्पताल के डायरेक्टर डा. जतिन्द्र अरोड़ा ने बताया आम लोगों को इस प्रति जागरूक करके कैंसर से गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। पारस सुपर-स्पैशलिटी अस्पताल पंचकूला, हरियाणा सरकार, हिमाचल प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं (सीजीएचएस) तथा अन्य बोर्ड कार्पोरेशन के पैनल पर है तथा इनके कर्मचारी यहां इलाज करवा सकते हैं।