इंडियन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों ने प्रयोग व अनुसंधान के माध्यम से उत्तर भारत मे व्याप्त पर्यावरण प्रदूषण समस्या  के समाधान की दिशा मे एक आश्चर्यजनक कार्य किया है ।यह जानकारी देते हुए विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबंधक डाॅ ओ पी तनेजा और निदेशिका प्रो चन्द्र कांता तनेजा ने बताया है कि विद्यालय के विद्यार्थियों ने धान और गेहूं के फसल अवशिष्ट पराली से फाल्स सीलिंग टाइल्स (ईंटें) बना कर किसानों के लिए आशा की एक उज्जवल किरण जगाया है । अक्सर किसान पराली को समस्या मानते हुए तथा अगली फसल जल्द शुरु करने के प्रयास मे खेतों मे ही जला देते हैं ।

            परिणाम स्वरूप जहाँ पर्यावरण संरक्षण का  भयंकर संकट उत्पन्न हो जाता है वही दूसरी तरफ खेतों मे मौजूद किसान व फसल मित्र कीडे भी जल जाते हैं ।जिसके कारण अगली फसल की गुणवत्ता मे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।इस दृष्टि से इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों का अविष्कार मील का पत्थर साबित होगा । प्राचार्या मीनाक्षी भारद्वाज ने बताया कि पराली से फाल्स  सीलिंग टाइल्स बनाने के शोध कार्य को जब क्षेत्रीय स्तर पर डाॅ आई के गुजराल साईंस सिटी जालंधर-कपूरथला मे आयोजित और राष्ट्रीय विज्ञान एव तकनीकी परिषद संचार द्वारा आयोजित प्रदर्शनी मे प्रथम स्थान मिला ।तत्पश्चात इस शोध माॅडल को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता व प्रदर्शिनी के लिए  बडोदरा गुजरात भेजा गया ।

            जहां शानदार प्रसंसा व उपलब्धि मिलने के बाद इसे इंडिया इंटरनेशनल एनोवेटर तथा इन्वेंटर एक्सपो इनेक्स इंडिया गोवा मे 16-18 नवम्बर तक आयोजित प्रदर्शनी मे प्रस्तुत किया ।इस अंतर्राष्ट्रीय एनोवेशन प्रदर्शनी  मे पोलैंड,जर्मनी,रूस ,युरोप के देश तथा इरान सहित 45 से भी ज्यादा देशों के प्रतिष्ठित शोध,अनुसंधान व अविष्कार संस्थानों के  माॅडल पेश किए गए थे।इस कडी प्रतियोगिता मे इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों के द्वारा अति उपयोगी व पर्यावरण संरक्षण अभियान को गति देने की असीम संभावनाएं लिए माॅडल को रजत पदक देकर सम्मानित किया गया है ।उन्होंने बताया कि विद्यालय के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण व गौरवशाली उपलब्धि है । डाॅ तनेजा ने यह भी बताया कि उनका विद्यालय बहुत जल्द अपने विद्यार्थियों की इस खोज को पेटेंट करवा कर जनहित मे  लोकार्पण किया जाएगा ।

            मौके पर विज्ञान  के क्षेत्र मे नव प्रयोग व शोध को प्रेरित करने वाले विद्यालय के अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल)व विद्यालय की समन्वयक देवकी सिंह,विक्रम वर्मा,राहुल दहिया ,रंजना व अन्य विज्ञान शिक्षक भी उपस्थित थें।