महाराष्ट्र के सचिव स्कूल शिक्षा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के सरकारी स्कूलों का किया दौरा  

  • प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के प्राईमरी, मिडल, हाई और सीनियर सेकंडरी और मैरीटोरियस स्कूलों के बुनियादी ढांचे और गुणात्मक शिक्षा संबंधी हासिल की जानकारी  

  राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा विभाग के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों की मानक शिक्षा प्रणाली से अवगत होने के लिए और स्कूलों में चल रही गुणात्मक शिक्षा की क्रियाओं संबंधी जागरूक होने के लिए पंजाब के सरकारी स्कूलों का दौरा किया गया।  


 
             महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के दिशा-निर्देशों के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के सचिव स्कूल शिक्षा और खेल विभाग रणजीत सिंह दयोल आई.ए.एस. के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने सरकारी प्राईमरी स्कूल नारायणगढ़ झुग्गियाँ, सरकारी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल फेज 3 बी-1 मोहाली और मैरीटोरियस स्कूल मोहाली का दौरा किया।  
              स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब के सचिव कम डी.जी.एस.ई. प्रदीप कुमार अग्रवाल आई.ए.एस द्वारा इस प्रतिनिधिमंडल को राज्य के सरकारी स्कूलों का दौरा करवाया गया और राज्य के सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों संबंधी जानकारी दी गई।  
              दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल में कैलाश पागारे स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर समग्र शिक्षा महाराष्ट्र प्राईमरी शिक्षा परिषद् मुम्बई, सुशांत खांडेकर ओ.एस.डी टी शिक्षा मंत्री महाराष्ट्र, सिद्धेश वाडेकर, सलाहकार शिक्षा विभाग और खेल विभाग महाराष्ट्र, रमाकांत काठमोरे, संयुक्त डायरैक्टर एस.सी.ई.आर.टी. पुणे (महाराष्ट्र), महेश पालकर डायरैक्टर एजुकेशन महाराष्ट्र शामिल थे।  
              प्रतिनिधिमंडल ने स्कूलों के दौरे के दौरान स्कूल के बुनियादी ढांचे के साथ-साथ बच्चों के लिए मुफ़्त शिक्षा, मुफ़्त वर्दी, प्री-प्राईमरी, स्मार्ट क्लासरूम, सीखने-सिखाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली उत्तम क्रियाएं (बैस्ट प्रैकटिसेज़), विज्ञान प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सम्बन्धी टिंकरिंग लैब, ऐजूसैट, विद्यार्थियों के लिए भिन्नता भरपूर बैठने के लिए फर्नीचर, अलग-अलग वज़ीफ़ा स्कीमों के अंतर्गत बच्चों को मिलने वाले वज़ीफा, मिड-डे-मील, खेल के मैदान, सप्लीमैंटरी स्टडी मेटीरियल, विद्यार्थियों के दाखि़लों सम्बन्धी, स्कूलों की ग्रेडिंग, विभाग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अलग-अलग मोबाइल ऐप सम्बन्धी, विद्यार्थियों और अन्य सुविधाओं आदि संबंधी जानकारी हासिल की।  
              उन्होंने अध्यापकों द्वारा तैयार किये गए आकर्षक और रंगदार टीचिंग ऐड को भी देखा।  
 
            प्रतिनिधिमंडल द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों के दौरे के उपरांत पंजाब के प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमति जसप्रीत तलवाड़ आई.ए.एस. के साथ एक विशेष मीटिंग की गई।  
              मीटिंग के दौरान पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग के संगठनात्मक ढांचे, अध्यापकों और विद्यार्थियों सम्बन्धी जानकारी, अध्यापक प्रशिक्षण प्रोग्रामों, अध्यापक भर्ती, स्मार्ट स्कूल नीति, ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, खेल नीति और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों संबंधी जानकारी साझा की। इसके अलावा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् पंजाब द्वारा स्कूली शिक्षा के लिए की जा रही कार्यवाहियों संबंधी भी विस्तार से चर्चा की।  
              पंजाब सरकार के भविष्य के लक्ष्यों के बारे में महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल को अवगत करवाते हुए श्रीमति तलवाड़ ने बताया राज्य सरकार द्वारा बहुत जल्द 100 स्कूल ऑफ ऐमिनेंस तैयार किये जा रहे हैं, जिसके लिए 200 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। इसके अलावा भविष्य में स्कूल प्रमुखों और अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करवाने के लिए भी बजट में 30 करोड़ रुपए रखे गए हैं।  

              इस मौके पर गोरी पराशर जोशी विशेष सचिव स्कूल शिक्षा, डॉ. मनिन्दर सिंह सरकारिया डायरैक्टर एस.सी.ई.आर.टी. पंजाब, मनोज कुमार डिप्टी स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर, गुरजीत सिंह डिप्टी स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर, किरणजीत सिंह टिवाना सचिव पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।