भाषण में महारथ हासिल करने के लिए संचार कौशल पर ध्यान देना जरूरी  :  डॉ खेतरपाल

भाषण प्रतियोगिता में बीएएमसी द्वितीय वर्ष की दिवांशी कांबोज ने मारी बाजी

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  26 सितंबर :

            डीएवी गर्ल्स कॉलेज के जनसंचार विभाग की ओर से इंटर क्लास भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 24 छात्राओं ने भाग लिया।

            बीए जनसंचार द्वितिय वर्ष की छात्रा दिवांशी कांबोज ने पहला, वसुंधरा कांबोज ने दूसरा तथा प्रथम वर्ष की छात्रा स्नेहा ने तीसरा स्थान अर्जित किया। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ आभा खेतरपाल, विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार त्यागी ने विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। विभाग की प्राध्यापिका पायल व कीर्ति ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

            डॉ खेतरपाल ने कहा कि संचार कौशल पर ध्यान देकर  भाषण देने में महारथ हासिल की जा सकती है। उन्होंने छात्राओं से आहवान किया कि वे रोजमर्रा प्रयोग किए जाने वाले शब्दों पर ध्यान दें। बातचीत के दौरान ऐसे वार्तालाप फिल्टर का प्रयोग न करें, जिसकी जरूरत न हो। बोलने से अधिक सुनने की क्षमता रखें। प्रभावी तरीके से संवाद करने के लिए दूसरों को ध्यान से सुनना बेहद जरूरी है। अच्छा संचारक बनने के लिए, आपको प्रबंधकों, टीम के सदस्यों और साथियों से प्रतिक्रिया के लिए पूछना चाहिए। एक अच्छे संचारक की पहचान है कि वह अपनी बात को सामने वाले व्यक्ति के आधार पर समायोजित कर लेता है।


            विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार त्यागी ने कहा कि भाषण प्रतियोगिता के जरिए छात्राओं के भीतर छिपी प्रतिभा को निखारा जा सकता है। भाषण देने में प्रस्तुतीकरण तथा सह अस्तित्व की भावना में विकास होता है। भाषण तैयार करना और अकेले में बोलकर देखना बहुत आसान काम है। जब हम स्टेज पर खड़े होकर लोगो के सामने भाषण देते हैं, तो घबराहट होने लगती है,पसीना छूटने लगता है और हड़बड़ी में सब भूलने लगते है । भाषण को प्रभावपूर्ण बनाने व कुशल वक्ता के रूप में पहचान बनाने के लिए कभी भी भाषण को देख देखकर न बोले। भाषण के दौरान लय, रस और एक दिलचस्प शैली शामिल करें।