पंजाब में ज़मीन-जायदाद की रजिस्ट्रियों से आमदन में 21.87 प्रतिशत विस्तारः जिम्पा

  • पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सेवाओं का नतीजा आया सामने; अगस्त महीने खजाने में आए 281 करोड़ रुपए
  • अभी और ज़्यादा बढ़ेगी राज्य की आमदनः राजस्व मंत्री

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब के राजस्व मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने बताया है कि ज़मीन-जायदाद की रजिस्ट्रियों से पंजाब सरकार के खजाने में सिर्फ़ अगस्त महीने में ही पिछले साल के मुकाबले 21.87 प्रतिशत ज़्यादा पैसा आया है। उन्होंने कहा कि पंजाब निवासियों को पारदर्शी, परेशानी रहित और भ्रष्टाचार मुक्त सेवाएं देना मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार का मुख्य लक्ष्य है और इसी कारण राज्य की आमदन में लगातार विस्तार हो रहा है।

राजस्व मंत्री ने बताया कि स्टैंप और रजिस्ट्रेशन के अधीन एक अगस्त से 31 अगस्त 2022 तक खजाने में 281 करोड़ 18 लाख 60 हज़ार 67 रुपए की आमदन आई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के अगस्त महीने की अपेक्षा यह आमदन 21.87 प्रतिशत ज़्यादा बनती है। साल 2021 में यह आमदन 230 करोड़ 70 लाख 97 हज़ार 158 रुपए थी।

जिम्पा ने कहा कि इस साल ज़मीन-जायदाद की रजिस्ट्रियों और स्टैंप पेपरों की बिक्री से पंजाब की आमदन में और ज़्यादा विस्तार दर्ज किया जायेगा क्योंकि मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से अनाधिकृत कलोनियों के एन. ओ. सी. धारकों को अपने प्लाट/जायदादों की रजिस्ट्री करवाने की अनुमति दे दी गई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की जायदादें 19 मार्च, 2018 से पहले विकसित हुई अनाधिकृत कलोनियों में पड़तीं हैं, वह आनलाइन आवेदन देकर एन. ओ. सी. प्राप्त कर सकते हैं और उसके बाद रजिस्ट्री करवाने में उनको कोई मुश्किल नहीं आयेगी।  
लोगों को कोई परेशानी न आए इस सम्बन्धी राजस्व विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों को जिम्पा की तरफ से निर्देश जारी किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से जारी हिदायतों को मुख्य रखते हुए राजस्व विभाग में सारा कामकाज नियमों अनुसार और सभ्यक ढंग से किया जा रहा है।

राजस्व मंत्री ने कहा कि पिछले समय में राजस्व विभाग के काम करने के तरीकों से आम लोग बहुत दुखी थे परन्तु पिछले 6 महीनों से लोगों को सुचारू और बढ़िया सेवाएं मिल रही हैं। उन्होंने अपील की कि राज्य के खजाने को मज़बूत करने के लिए लोग सरकार का साथ दें और किसी भी काम के लिए किसी भी अधिकारी/ कर्मचारी को कोई रिश्वत न दी जाये और यदि राजस्व विभाग का कोई अधिकारी/कर्मचारी किसी काम के बदले पैसा मांगता है तो बेझिझक होकर इसकी शिकायत की जाये। दोषी को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जायेगा।