मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का दिल्ली AIIMS में निधन
राजू श्रीवास्तव दिल्ली के एक होटल में रुके थे और वहीं के जिम में वह वर्कआउट कर रहे थे। वर्कआउट के दौरान राजू की तबीयत बिगड़ गई थी और ट्रेडमिल पर गिर पड़े थे। राजू को फिर तुरंत एम्स में भर्ती कराया गया, जहां कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में उनका इलाज चल रहा था। राजू के करीबियों ने जानकारी दी थी कि उनको ब्रेन इंजरी हो गई थी। हार्ट अटैक के बाद गिरने से काफी देर तक दिमाग में ऑक्सीजन नहीं पहुंची थी। डॉक्टर्स ने बताया था कि उनको होश में आने में वक्त लग सकता है। इलाज के बीच उनकी बॉडी में कुछ मूवमेंट की रिपोर्ट्स भी थीं।
- कॉलेज में महसूस हो चुका था कि वह अच्छे कॉमेडियन बन सकते हैं
- अमिताभ बच्चन उनके पहले आदर्श थे और उनकी खूब मिमिक्री भी की
- लालू यादव के सामने जब उनकी नकल उतारी तो वह भी खूब हंसेराजू श्रीवास्तव ने मुंबई में कुछ समय के लिए ऑटो भी चलाया
- तेजाब, मैंने प्यार किया, बाजीगर, आमदानी अठन्नी खर्चा रुपैया जैसी फिल्मों में उनके रोल थे
- 80 के दशक में कॉमेडियन बनने मुंबई पहुंचे राजू श्रीवास्तव के हुनर को बहुत देर से पहचान मिली
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली – 21 सितंबर :
श्रीवास्तव की बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें बनते-बनाते आखिरी खबर आ गई। बुधवार सुबह 10 बजे के करीब दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया। उमर 58 साल थी। दिल्ली में ही 10 अगस्त को एक्सरसाइज करते उन्हें हार्ट अटैक आया था। उसके बाद से ही एम्स में भर्ती थे। इलाज में पता चला था कि दिल के एक हिस्से में 100% ब्लॉकेज है।
पत्रकार विकास भदौरिया ने भी ट्वीट कर इस खबर की पुष्टि की है। उन्होंने लिखा, “एम्स से बुरी खबर आ रही है, राजू श्रीवास्तव का निधन हो गया है। प्रभु उन्हें श्रीचरणों में स्थान दे। ॐ शांति शांति शांति।”
बता दें कि 10 अगस्त 2022 की सुबह एक्सरसाइज करते वक्त राजू श्रीवास्तव बेहोश होकर गिर गए थे। इसके बाद उन्हें एम्स लाया गया था। वहाँ डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। इसके कारण उनका ब्रेन डैमेज हो गया और उन्हें एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी।
पिछले 10 साल में उनकी 3 बार एंजियोप्लास्टी हो चुकी थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके निधन के खबरें वायरल हुई थीं। इसको देखते हुए उनके परिजन और बॉलीवुड के पूर्व अभिनेता एवं महाभारत में भीष्म पितामह का किरदार निभाने वाले मुकेश खन्ना ने तब इसका खंडन किया था। इतने दिनों तक मौत से लड़ने के बाद आज वो हार गए। सबको हँसाने वाले आज बहुतों को रुला गए।