इंटरनेशनल पीस डे पर 10 प्रिंसीपल पीस अवार्ड से सम्मानित
चंडीगढ़ , 20 सितंबर 2022:
युवा छात्रों के बीच शांति, सार्वभौमिक भाईचारे और स्वयंसेवा की गांधीवादी भावना को बढ़ावा देने वाले अनुकरणीय शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए, युवासत्ता एनजीओ ने क्रेस्ट-चंडीगढ़ रिन्यूएबल एनर्जी एंड साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी के सहयोग से देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन, चंडीगढ़ में सोलर-सिटी चंडीगढ़ पर एक संवाद के साथ पीस अवार्ड समारोह का आयोजन इंटरनेशनल पीस डे पर किया। इस अवसर पर डॉ इंदरजीत कौर, पैट्रान-प्रेसिडेंट, ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी, अमृतसर मुख्य अतिथि थीं जबकि युवसत्ता की सलाहकार प्रो. देवी सिरोही ने आयोजन की अध्यक्षता की।
युवसत्ता के कॉर्डिनेटर प्रमोद शर्मा ने कहा कि, वर्तमान में ट्राईसिटी के लगभग सभी प्रमुख स्कूलों और कॉलेजों में 100 से अधिक पीस क्लब हैं जो कि चंडीगढ़, पंचकूला और एसएएस नगर के युवा मन में मानवतावादी व्यवहार पैदा कर सराहनीय कार्य कर रहे हैं और हर साल वे इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े पैमाने पर लोगों के बीच मनुष्य और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने का संदेश फैलाने के लिए करते हैं।
इस अवसर पर डॉ. इंद्रजीत कौर ने दस शिक्षकों को न्यूट्रर्स ऑफ पीस अवार्ड 2021-22 से सम्मानित किया और वे थे देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रिंसीपल प्रो. (डॉ.) एग्नेस ढिल्लों, जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसीपल प्रो. (डॉ.) अजय शर्मा, सेंट. जॉन्स हाई स्कूल की प्रिंसीपल श्रीमती. कविता सी. दास, गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 18 सी की प्रिंसीपल राजबाला, सेंट. जोसेफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसीपल मोनिका चावला, प्राचार्य, एसएएस नगर के मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसीपल तरुना वशिष्ठ, केबीडीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल पूजा शर्मा, मुजद्दीदी एजुकेशनल सोसाइटी, जामा मस्जिद, मनीमाजरा के प्रेसिडेंट मौलवी मोहम्मद इमरान मुजद्दीदी, चंडीगढ़ के गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रवीन सेतिया।
पीस क्लब की अवधारणा की सराहना करते हुए डॉ. इंद्रजीत कौर ने कहा कि मानव जाति के बेहतर भविष्य के लिए बच्चों की शिक्षा में अत्यधिक महत्व की आवश्यकता है। भविष्य में एक जिम्मेदार वयस्क बनने के लिए एक बच्चे को प्यार और दया के साथ शिक्षित करना होगा और पीस क्लब युवा मन में जिम्मेदार व्यवहार और प्रेम, करुणा, सहिष्णुता, क्षमा और सेवा के गुणों को विकसित करके इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
वास्तव में वैश्विक और सार्वभौमिक शांति का एकमात्र तरीका स्वयं से शुरुआत करना होगा। बिना हिंसा के अपने दिमाग को रखना हम सभी के लिए एक चुनौती है। अहिंसा और शांति जीवन और सृष्टि का सम्मान करने के लिए हमारी चेतना का बड़ा उत्सव है।
ट्राइसिटी के शैक्षणिक संस्थानों में पीस क्लबों को बढ़ावा देने के युवसत्ता के अभियान का समर्थन करते हुए प्रो. अजय शर्मा ने साझा किया कि वर्तमान बनावट और व्यवहार में वैश्वीकरण अधीनस्थ नैतिक मूल्यों, नैतिक विचारों और जीवन के केवल भौतिक और उपभोक्तावादी पहलुओं पर जोर देता है। कल की दुनिया और आज मानवता के सामने चुनौतियां महात्मा गांधी की पेशकश के पुनर्मूल्यांकन की मांग करती हैं।
कविता सी. दास ने गांधी को उद्धृत करते हुए कहा कि एक औंस अभ्यास टन उपदेश से बेहतर है, इसलिए सभी चंडीगढ़ वासियों को अपने आप को विचार, कार्य और कर्म में शांतिपूर्ण नागरिकों में बदलकर और इस तरह शांति-शहर चंडीगढ़ के सपने को साकार करके हाथ मिलाना चाहिए।