डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला – 18 सितंबर :
प्रसिद्ध आध्यात्मिक उपदेशक और विश्व जागृति मिशन के संस्थापक आचार्य सुधांशु महाराज आज शाम यहां इन्द्रधनुष सभागार में जीवन में सफलता पाने की कुंजी विषय पर एक व्याख्यान दिया, जिसे सुनने के लिए सभागार में उनके भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने हॉल में मौजूद लोगों को ओम का सस्वर पाठ भी कराया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर श्री ज्ञानचंद गुप्ता, पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रमाकांत जी इस अवसर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्य अतिथियों में महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के कुलपति प्रो. आरके गुप्ता; पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में एंडोक्रिनोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय भड़ाडा; पीयू चंडीगढ़ के पूर्व डीयूआई प्रो. मधु राका; लक्ष्मी एन माहेश्वरी, तथा पंचकूला के जाने-माने व्यवसायी अरुण शामिल थे।
सुधांशु महाराज ने कहा कि दुनिया से बात करने के लिए टेलीफोन की जरूरत पड़ती है, जिसके लिए बिल देना पड़ता हैख, लेकिन परमात्मा से बात के लिए मौन की जरूरत होती है, जिसके लिए दिल देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए मन:स्थिति का संतुलन बनाना जरूरी होता है। गलत विचारों पर ब्रेक लगाने पड़ते हैँ और बीती हुई बातोंको छोड़ना पड़ता है, तब मिलती है सफलता। उन्होंने कहा कि अपने बारे सकारात्मक वाक्यों को दोहराने यानी एफर्मेशन से अवचेजन मन को सही संकेत मिलते हैं और व्यक्ति कामयाबी की राह पर चलने लगता है।
कार्यक्रम का आयोजन विश्व जागृति मिशन के पंचकूला-चंडीगढ़-मोहाली मंडल के तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए, पंचकूला-चंडीगढ़-मोहाली मंडल के अध्यक्ष सौरभ गुप्ता ने कहा कि मोरनी रोड स्थित शिवधाम आश्रम में एक नए भवन का निर्माण किया गया है। काफी सेवा कार्य चल रहे हैं। पांच अन्य स्थानों पर भी काम चल रहे हैं। आश्रम में 3500 रोपे जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से वन विभाग के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। एक नेत्र शिविर आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आश्रम के मध्यम से नेत्र चिकित्सालय स्थापित किया जाएगा, जहां सर्जरी की उचित व्यवस्था रहेगी। कोरोना काल में लोगों ने बहुत परेशानी झेली, अनेक लोग अकेले रह गए। विश्व जागृति मिशन पंचकूला की टीम ऐसे जरूरत लोगों की मदद करेगी।
आज के कार्यक्रम में एक छोटी बच्ची हरजोत ने हर-हर शंभू भजन गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।