पंजाब पुलिस ने राणा कन्दोवालिया कत्ल केस में वांछित जग्गू भगवानपुरिया – बिशनोयी गैंग के दो मुख्य शूटर किये गिरफ्तार ; चार हथियार बरामद

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट , चंडीगढ़ 16 सितंबर :

            पंजाब पुलिस की गैंगस्टर विरोधी टास्क फोर्स ने जग्गू भगवानपुरिया- लारेंस बिशनोयी गैंग को बड़ा झटका देते हुये शुक्रवार को इस गिरोह के दो मुख्य शूटरों को गिरफ्तार कर लिया, जो न केवल गैंगस्टर राणा कन्दोवालिया के सनसनीखेज़ कत्ल और अन्य घृणित अपराधों में वांछित थे, परन्तु दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को जान से मारने की कई कोशिशें कर चुके थे।

            यह जानकारी देते हुये पंजाब के डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डी. जी. पी.) गौरव यादव ने आज बताया कि गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान मनदीप सिंह उर्फ तूफ़ान उर्फ मनु ( 24) निवासी बटाला और मनप्रीत सिंह उर्फ मनी रईआ (30) निवासी अमृतसर के तौर पर हुई है। उक्त गैंगस्टर पिछले कुछ सालों से पंजाब पुलिस को कत्ल, डकैती, जबरन-वसूली, कारों की लूटपाट, नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी के अलग-अलग अपराधिक मामलों में वांछित थे।

            पुलिस ने इनके पास से चार आधुनिक हथियार जिनमें एक .30 कैलीबर चीनी पिस्तौल, एक .45 कैलीबर पिस्तौल टौरस यू. एस. ए., एक .357 कैलीबर मैगनम रिवाल्वर और एक .32 कैलीबर पिस्तौल शामिल हैं, समेत 36 जिंदा कारतूस बरामद किये हैं।

            यह कार्यवाही ए. जी. टी. एफ. ने सिद्धू मूसेवाला कत्ल केस में छटे और आखिरी शूटर दीपक मुंडी को पश्चिमी बंगाल में भारत-नेपाल बार्डर से काबू किये जाने केवल पाँच दिनों बाद अमल में लाई गई, जब वह अपने दो सहयोगियों समेत नेपाल से आगे भूटान के द्वारा थाईलैंड भागने की कोशिश कर रहे थे। इसी गैंग ने बालीवुड अभिनेता सलमान ख़ान की हत्या करने की साजिश भी रची थी।

            डी. जी. पी. गौरव यादव ने बताया कि ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर ए. डी. जी. पी प्रमोद बाण की देख-रेख में ए. आई. जी . ए. जी. टी. एफ. सन्दीप गोयल के नेतृत्व में ए. जी. टी. एफ. की टीम ने अमृतसर ग्रामीण के राजा सांसी इलाके के गाँव हरसा छीना से मनी रईआ को गिरफ्तार किया, जबकि दोषी मनदीप तूफ़ान को तरन तारन जिले के वैरोवाल के गाँव खक्ख से गिरफ्तार किया गया। ए. जी. टी. एफ. टीम में डीएसपी बिक्रम बराड़, एसपी अभिमन्यु राणा, डीएसपी परमिन्दर राजन और डीएसपी गुरिन्दरपाल सिंह नागरा शामिल थे, जबकि डी. सी. पी. इन्वेस्टिगेशन मुखविन्दर सिंह भुल्लर के नेतृत्व में अमृतसर कमिशनरेट की पुलिस टीम ने भी एजीटीएफ टीम को इस कार्यवाही को अंजाम देने के लिए सहयोग दिया।

            उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत, इन दो शूटरों को गायक सिद्धू मूसेवाला को कत्ल करने का काम सौंपा गया था। उन्होंने गैंगस्टर कपिल पंडित और सचिन थापन के साथ मिल कर फरवरी 2022 में दो- तीन बार मूसेवाले के गाँव में उसकी रेकी की थी और पुलिस की फ़र्ज़ी वर्दियों का इंतज़ाम भी कर लिया था, परन्तु कई कोशिशों के बावजूद भी वह असफल रहे थे।’’ उन्होंने कहा कि जांच में यह भी सामने आया है कि गोलडी बराड़ और बिशनोयी ने सिद्धू मूसेवाला की जान लेने के लिए दो अलग-अलग टीमें भेजी थीं, जिसके लिए उन्होंने काफ़ी समय पहले जुगतबंदी शुरू कर दी थी।

            डी. जी. पी. ने बताया कि इसके बाद सतवीर सिंह (पहले ही गिरफ्तार) 20 मई, 2022 को तूफ़ान और मनी रईआ को अपनी फारचूनर कार में बठिंडा लाया और उनको मनु और प्रियाव्रत फ़ौजी के साथ मिलाया, जोकि मूसेवाले को जान से मारने के लिए भेजी गई दूसरी टीम थी। उन्होंने बताया कि जब वह बठिंडा में रहते थे तो वह गोलडी बराड़ के संपर्क में थे।

            उन्होंने कहा कि इन दोनों गैंगस्टरों की गिरफ्तारी से पंजाब पुलिस को मोहाली स्थित पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हैडक्वाटर पर रॉकेट प्रोपेलड ग्रेनेड ( आरपीजी) आतंकवादी हमले में भी बड़ी लीड मिली है क्योंकि यह दोनों गैंगस्टर साल 2021 में विरोधी गैंगस्टर राणा कन्दोवालिया के कत्ल के समय दीपक झज्जर और दिव्यांशू के साथ थे। ज़िक्रयोग्य है कि दीपक झज्जर और देवयांशू आरपीजी हमले के मामले में मुख्य दोषी हैं।

            यहाँ बताना बनता है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर पंजाब पुलिस की तरफ से गैंगस्टरों के विरुद्ध चलाई जा रही जंग में प्राप्तियों की सूची में यह एक और सफलता है।

मनदीप तूफ़ान और मनी रईआ की अपराधिक पृष्टभूमि सम्बन्धी विवरण
मनदीप सिंह उर्फ तूफ़ान ( 24) पर सात अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से वह चार मामलों में मुकदमों का सामना कर रहा है और तीन अपराधिक मामलों में भगौड़ा है, जबकि दो मामलों में पी. ओ. है। वह अमृतसर में काऊंसलर गुरदीप पहलवान के दिन-दिहाड़े हुए कत्ल में शामिल था और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की पत्नी हरसिमरन कौर के कत्ल के मुख्य शक्कियों में से एक है। वह 2019 में अमृतसर के सराफ़ा बाज़ार से 11 किलो सोने की सनसनीखेज़ डकैती में भी शामिल था। मनदीप तूफ़ान 2020 में गैंगस्टर फ़ौजी के कत्ल में भी मुख्य शूटर था। उसको 2021 में फतेहगढ़ चूड़ियां के एक शराब के ठेकेदार सत्तू के कत्ल के मुख्य मुलजिमों में से एक दोषी के तौर पर नामज़द भी किया गया था।

मनप्रीत सिंह उर्फ मनी रईआ (30) 18 अपराधिक मामलों का सामना कर रहा है, जिनमें से वह सात मामलों में मुकदमे का सामना कर रहा है और चार अपराधिक मामलों में वांछित है, जबकि, तीन अपराधिक मामलों में दोषी और चार अपराधिक मामलों में बरी हो चुका है। मनी रईआ तरन तारन में 2016 के दौरान हैरी, बम्बीहा और जग्गू ग्रुप के बीच की गैंगवार में भी शामिल था। वह होशियारपुर केंद्रीय जेल में पुलिस हिरासत में से फ़रार हो गया था, उसने एक और गैंगस्टर अकुल खत्री को भी 2016 में एस. बी. एस. नगर में पुलिस मुलाजिमों को घायल करके पुलिस हिरासत में से भागने में मदद की थी। उसने 2022 में बाबा बकाला के एक कपड़ा व्यापारी से बड़ी रकम वसूली थी और रईआ से बंदूक की नोक पर इनोवा क्रिस्टा कार भी छीनी थी।