वकील ने एस एस पी कुलदीप चहल के खिलाफ खोला मोर्चा

  • बेटी से छेड़छाड़, धमकाने और ब्लैकमेल करने के आरोपी को गिरफ्तार न करने से हुए आहत
  • आरोपी को एस एस पी से संरक्षण प्राप्त का लगाया आरोप

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

लोकब डाउन पीरियड में खाली समय मे पॉकेट मनी अर्जित करने का ख्वाब देखना बहुत ही महंगा पड़ गया । जिसका खामियाजा उसे मानसिक परेशानी से गुजरते हुए भुगतना पड़ रहा है। यही नही उसके परिजन भी इस से अछूते नही है, उनको भी मानसिक परेशानी ने जकड़ रखा है। दरअसल चंडीगढ़ निवासी यह लड़की लॉक डाउन पीरियड के दौरान एक सोशल साइट के जरिए अपने आप को कास्टिंग इंफ्लुएंसर कहने वाले एक व्यक्ति के सम्पर्क में आई, जिसने इस लड़की को मॉडलिंग के ऊंचे ऊंचे ख्वाब दिखाए, लेकिन लड़की के मना करने पर वो उसे धमकाने लगा और ब्लैकमेल करने के साथ साथ मानसिक टॉर्चर भी करने लगा। लड़की के परिवार तक बात पहूंचने पर मामले को अपने स्तर पर ही निबटाने का प्रयास किया गया। लेकिन जब व्यक्ति समझौता होने के बाबजूद भी ब्लैकमेल करने से बाज नही आया तो परिजनों ने मामले को पुलिस में दे दिया। लड़की के परिनों ने आरोप लगाया कि शिकायत देने के बाद भी निराशा ही हाथ लगी। पुलिस ने उसे अरेस्ट करने के बजाए, उसे संरक्षण दे रखा है। इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस के एस एस पी कुलदीप सिंह चहल का उसे संरक्षण प्राप्त हो रखा है। जिसके चलते थाना पुलिस भी उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने से गुरेज कर रही है।

   एडवोकेट वीरेन्द्र गोयत ने बताया कि उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ मामले को लेकर इंडस्ट्रियल एरिया थाने में केस दर्ज हैं। 18 अप्रैल को 02 केस दर्ज करवाई गई थे। इनमें से एक मामला धमकाने, ब्लैकमेलिंग और फिरौती की धाराओं के तहत दर्ज है।वहीं दूसरा मामला ट्रेसपसिंग का है। इस मामले में पुलिस मुख्य आरोपी को अभी तक नही पकड़ पाई है, जबकि ट्रेसपसिंग में शामिल उसके 02 आने साथियों को मौके से ही पकड़ लिया था। मुख्य आरोपी को बचाने में शहर के एस एस पी कुलदीप चहल का संरक्षण प्राप्त है। आरोपी की जिला अदालत और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है, इसके बाबजूद पुलिस आरोपी को पकड़ नही रही। 

वीरेंद्र गोयत ने बताया कि लॉकडाउन पीरियड के दौरान उनकी पुत्री ने पॉकेट मनी अर्जित करने के उद्देश्य से सोशल साइट इंस्टाग्राम को ज्वाइन किया। इसी दौरान वो साहिल सिंह @ हरमन के सम्पर्क में आई। उसने उनकी बेटी को ब्रांड के लिए मॉडलिंग करने को कहा। उसने उनकी बेटी बताया कि उसके साथ और भी लड़कियां जुड़ी हुई हैं और वो कंपनी से पेमेंट लेकर मॉडल्स को दे देता है।आरोपी ने उनकी बेटी को मुंबई नगरी के सपने दिखाए, और उसके नजदीक आने की कोशिश की। उनकी बेटी ने कुछेक समय तो उसके काम किया, लेकिन बाद में कॉलेज खुलने पर उसने साहिल को इस सब मे काम करने के लिए मना कर दिया। लेकिन साहिल उनकी बेटी को परेशान करने लगा और धमकाने लगा कि वो ऐसे बीच मे काम नही छोड़ सकती। साहिल उनकी बेटी को कॉल पर कॉल करने लगा। इससे उनकी बेटी मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। हार कर उसने हमें इसके बारे में बताया, तो हमने उसके मोबाइल से साहिल का नम्वर ब्लॉक कर दिया। नम्बर ब्लॉक करने के बाद भी वो हटा नही और लड़की के पिता को फोन करने लगा। उन्होंने साहिल को बुला कर उससे वातचीत की और सेटलमेंट के तहत 31000 रुपये उसे दे दिए। लेकिन कुछ समय बाद वो फिर उन्हें परेशान करने लगा और और ज्यादा रकम की डिमांड करने लगा। उसने उनकी बेटी की कुछ तस्वीरों से छेड़छाड़ कर उसकी छवि को भी बिगाड़ने का प्रयास किया। जिसको लेकर एस एस पी चंडीगढ़ को शिकायत दी गयी, तो थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया।

कुछ दिन साहिल अपने कुछ दोस्तों के साथ उनके निवास पर पहुंचा। उनके साथ एक लड़की भी थी। उन्होंने उनके परिवार को धमकाना शुरू कर दिया और घर के बाहर खड़े होकर हो हल्ला करने लगे, जिससे मोहल्ले के लोग भी इकट्ठा हो गए।पता चलने पर उन्होंने पुलिस को फ़ोन किया, पुलिस को आता देख वो भाग गया, लेकिन उसके साथी पकड़े गए। उन्होंने आगे बताया कि कुछ दिन वाद साहिल ने एक पत्थर कपड़े लपेट में उनके घर फेंका, जिसमे एक लेटर भी था। लेटर में उसने परिवार को देख लेने की धमकी दे रखी थीं। उन्होंने तुरंत फ़ोन कर पुलिस को सूचित किया। आरोपी ने अपनी हरकतों से बाज न आते हुए इसके फिर कुछ दिन बाद उनकी बेटी की फ़ोटो तो मॉर्फ़ करके उसे सोशल साइट्स पर पोस्ट कर दिया। जिसके पता चलने पर उन्होंने फिर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए आरोपी साहिल के खिलाफ आई टी एक्ट के तहत एक और मामला दर्ज कर लिया। लेकिन पुलिस इन सबके बाबजूद अभी भी आरोपी को पकड़ नही रही है।उनका पूरा परिवार इस समय विकट मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहा है। एस एस पी महोदय को बार बार गुहार लगाने के बाबजूद भी आरोपी को पकड़ा नही जा रहा है। उसे एस एस पी का पूरा का पूरा संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कुछ समय पहले भी एस एस पी कुलदीप सिंह चहल से जब आरोपी को गिरफ्तार न किये जाने पर आपत्ति दर्ज करवाई तो उन्होंने उससे दुर्व्यवहार किया और ठंड रखने को कहा। कुलदीप चहल ने उनसे कहा कि जब तक आरोपी की जमानत याचिका पर फैसला नही आ जाता, तब तक वो उसे अरेस्ट नही कर सकते । लेकिन अब जब उसकी जिला अदालत और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट से वेळ रिजेक्ट हो गयी है तो अब एस एस पी साहिब क्यों नही उसे अरेस्ट कर रहे। अब क्या चीज आड़े आ रही है। इस सबसे साफ जाहिर होता है कि कुछ न कुछ तो है जो एस एस पी सहिब उस आरोपी को बचाने में लगे है। अन्यथा पुलिस चाहे तो आरोपी को कहीं से भी ढूंढ कर 2 घंटे में अरेस्ट कर सकती है।

   एस एस पी की इस कार्रवाई को लेकर जिला अदालत बार एसोसिएशन और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट वार कौंसिल ने कड़ा संज्ञान लेते हुए शहर के डी जी पी सहित अन्य को आपत्ति दर्ज करवाई है।