सैलून में बाल कटवाने गए थे पूर्व मंत्री, विजलेंस टीम उठा ले गई, 2 हजार करोड़ के घोटाले में नाम

ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में नामजद पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को विजिलेंस टीम ने उस समय दबोचा जब वह एक सैलून में बाल कटवाने गए थे। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टु भी इस दौरान आशु के साथ थे।

भारत भूषण आशु

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ – 22 अगस्त :

पंजाब के लुधियाना से पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत भूषण आशु पर एक बड़े घोटाले का आरोप है। इस केस में विजलेंस की टीम ने उन्हें सोमवार को गिफ्तार कर लिया। जानकारी है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में पूर्व फूड सप्लाई मिनिस्टर और कांग्रेसी नेता भारत भूषण आशू को सोमवार दोपहर बाद गिरफ्तार कर लिया। आशू को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। 

बताया जा रहा है कि काफी देर तक विजिलेंस टीम के साथ आशु की बहसबाजी होती रही। इस दौरान सांसद रवनीत बिट्टू फेसबुक पर विजिलेंस की कार्रवाई को लाइव दिखाते हुए आप सरकार को कोसने लगे। उसके बाद विजिलेंस टीम ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाया और सीधे विजिलेंस कार्यालय लेकर पहुंच गई। आशु की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में राजनीति ने भी जोर पकड़ लिया है। लुधियाना के विजिलेंस रेंज कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित अन्य बड़े नेता भी लुधियाना पहुंच रहे हैं।

बताते चलें कि इससे पहले आज सुबह ही पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने मोहाली विजिलेंस कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। पूर्व मंत्री आशु ने भी विजिलेंस को गिरफ्तारी की चुनौती दी थी, लेकिन उन्हें मोहाली में गिरफ्तार नहीं किया गया। पर जैसे ही लुधियाना पहुंचे,आशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोहाली में आशु ने कहा था कि अगर उन्हें गिरफ्तार करना है तो कर लिया जाए। उनका किसी घोटाले से कोई लेना देना नहीं है और उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है।

भारत भूषण आशू ने HC में पिटीशन दायर की थी। जिसमें गिरफ्तारी से पहले 7 दिन के नोटिस की मांग की थी। हालांकि आज सुबह ही आशू ने यह पिटीशन वापस ले ली। उन्होंने नए सिरे से पिटीशन दायर करने की छूट मांगी। इसकी भनक विजिलेंस को भी लग गई। आशू फिर से हाईकोर्ट पहुंचते, विजिलेंस ने आशू को गिरफ्तार कर लिया।

पंजाब कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ में विजिलेंस के डायरेक्टर के ऑफिस के बाहर धरना दिया था। इस दौरान आशू ने चैलेंज किया था कि वह यहां मौजूद हैं, विजिलेंस गिरफ्तार कर ले। उस वक्त विजिलेंस ने कोई एक्शन नहीं लिया। धरने के बाद आशू वापस लुधियाना लौट गए। देर शाम वह फुरसत में सेलून पहुंचे तो विजिलेंस वहां गिरफ्तार करने पहुंच गई।

लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं।

इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू पर कुछ कॉन्ट्रैक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रूपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशू पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।