स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो पर सफाई देने आए थे राकेश टिकैत, हुई माइके-माइके पिटाई, फिर स्याही फेंक कर चेहरा काला किया
किसान सभा के अध्यक्ष अवनीश पवार ने कहा कि जो भी हुआ उसकी जांच होनी चाहिए। किसान यूनियन के महासचिव सावित मलिक ने कह कि किसानों पर तो लाठीचार्ज तक हुआ है, हम स्याही से डरने वाले नहीं हैं। दिल्ली में गाजीपुर सीमा पर सालभर से चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत सबसे आगे थे। राकेश टिकैत और नरेश टिकैत पर स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की विचारधारा से भटकने का आरोप लगा है। भारतीय किसान यूनियन ने हाल ही में असली संगठन होने का दावा करने वाले एक अलग समूह के साथ विभाजित हो गया और राजेश चौहान को नया मुखिया नियुक्त किया। साथ ही नरेश टिकैत को अध्यक्ष पद और राकेश टिकैत को प्रवक्ता पद से हटा दिया।
- राकेश टिकैत पर फेंकी गई काली स्याही
- बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुआ हमला
- असल में कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर को पैसे माँगते हुए कैद कर लिया किया गया था
- स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो पर सफाई देने आए थे राकेश टिकैत
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर स्याही फेंकी गई है। प्रेस वार्ता के दौरान धक्कामुक्की के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद राकेश टिकैत के समर्थकों ने आरोपी को पकड़कर उसकी पिटाई भी कर दी। वहीं इस घटना के बाद कार्यक्रम में जमकर एक दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी गईं। ताजा जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि ‘किसान नेता’ के समर्थक उस शख्स की पिटाई करने लगते हैं, जिससे वो नीचे गिर जाता है। हालाँकि, इस दौरान एक दूसरा व्यक्ति आ धमकता है और राकेश टिकैत के चेहरे पर स्याही छिड़क कर उनका चेहरा काला कर देता हो। राकेश टिकैत की ‘माइके-माइके’ हुई पिटाई की लोग ‘कड़ी निंदा’ कर रहे हैं। इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि ‘किसान नेता’ के समर्थक उस शख्स की पिटाई करने लगते हैं, जिससे वो नीचे गिर जाता है। हालाँकि, इस दौरान एक दूसरा व्यक्ति आ धमकता है और राकेश टिकैत के चेहरे पर स्याही छिड़क कर उनका चेहरा काला कर देता हो। राकेश टिकैत की ‘माइके-माइके’ हुई पिटाई की लोग ‘कड़ी निंदा’ कर रहे हैं। इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
एक अन्य वायरल वीडियो में लोगों को कार्यक्रम में एक-दूसरे पर कुर्सियों से हमला करते हुए भी देखा जा सकता है। टेलीविजन माइक से राकेश टिकैत को पीटा गया। इस दौरान ‘मोदी-मोदी’ के नारे भी लगते हुए सुना जा सकता है। तीनों हमलावरों को किसान नेताओं ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। तीनों को हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में जाँच-पड़ताल के लिए ले जाया गया है। कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि एक दिन पहले प्रशासन को आयोजन की सूचना दे दी गई थी।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में राकेश टिकैत पर काली स्याही फेंकी गई है हाल ही में ‘भारतीय किसान यूनियन (BKU)’ ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। जहाँ राकेश टिकैत BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता बन कर बैठे हुए थे, संगठन के अध्यक्ष की कमान उनके बड़े भाई नरेश टिकैत के पास थी। राकेश टिकैत सोमवार (30 मई, 2022) को बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। कार्यक्रम के दौरान जम कर हंगामा और मारपीट भी हुई।
राकेश टिकैत ने इसका आरोप भी भाजपा पर ही लगाया है। उन्होंने कहा कि ये सब सरकार की मिलीभगत से हुआ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही एक व्यक्ति वहाँ आ धमका और उसने स्याही फेंक राकेश टिकैत का चेहरा काला कर दिया। उस व्यक्ति ने वहाँ से भागने का भी प्रयास किया, लेकिन राकेश टिकैत के समर्थकों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। राकेश टिकैत ने कहा कि ये सब सरकार की ही साजिश है।
बता दें कि कर्नाटक में बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है। राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने वहाँ उनके लिए सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की ही होती है। उनके समर्थकों ने वहाँ इस घटना के बाद जम कर बवाल काटा। किसान नेता युद्धवीर सिंह भी इस दौरान उनके साथ मौजूद थे। दोनों किसान नेता एक स्थानीय चैनल के स्टिंग खुलासे को लेकर सफाई देने आए थे।
असल में कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर को पैसे माँगते हुए कैद कर लिया किया गया था, जिस बाबत सफाई देने के लिए ये किसान नेता वहाँ पहुँचे थे।