पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या, 10 से घटाकर 2 ही गनमैन छोड़े पंजाब सरकार ने

लाखों दिलों पर राज करने वाले सिद्धू मूसेवाला को आलोचना का सामना भी करना पड़ा है दरअसल केवल 28 वर्ष की आयु मैं बेहद नाम कमाने वाले सिद्धू मूसेवाला अपने गानों में हिंसा प्रदर्शन और हथियार संस्कृति को बढ़ावा देते हुए नजर आए थे जिससे उन्हें आलोचना विवाद का सामना भी करना पड़ा इसी के चलते मूसेवाला कई बार विवादों में भी रहे हैं।

  • मूसेवाला ने कांग्रेस की टिकट पर इसी साल मानसा से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। 
  • गायक के पास करीब 10 गनमैन थे लेकिन मान सरकार ने इनकी संख्या कम कर दी थी
  • बताया जा रहा है कि काले रंग की गाड़ी में सवार दो हत्यारों ने वारदात को अंजाम दिया
  • मूसेवाला ने कहा था कि पंजाब सरकार ने अचानक बिना कोई नोटिस दिए उनकी सुरक्षा घटा दी है। ऐसे में इसके लिए कोई दूसरा इंतजाम करना होगामूसेवाला ने कहा था
  • मूसेवाला ने कहा था”पंजाबियों की आवाज उठाने’ के लिए राजनीति में आए हैं”

मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई है। उन पर मानसा के गांव जवाहरके में फायरिंग हुई। फायरिंग में मूसेवाला की जान चली गई और उनके 2 साथी जख्मी हुए हैं।

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सिद्धू मूसेवाला नहीं रहेपंजाबी गायक और रैपर सिद्धू मूसेवाला जिनका असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है, की मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई। ऐसा कहा जा रहा है कि वह एक कार में यात्रा कर रहे था, तभी तीन से चार बंदूकधारियों ने आकर उन पर गोली चला दी। घटनास्थल पर मौजूद लोग उन्हें तुरंत मानसा अस्पताल ले गए लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। सिद्धू मूसेवाला पंजाब कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे। यह घटना सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा वापस लेने के एक दिन बाद की है। पंजाब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। गायक सिर्फ 28 वर्ष के थे।

एक भारतीय गायक, रैपर, अभिनेता और पंजाबी संगीत और पंजाबी सिनेमा से जुड़े राजनेता थे। [3] उन्होंने निंजा द्वारा “लाइसेंस” गीत के लिए एक गीतकार के रूप में अपना करियर शुरू किया, और “जी वैगन” नामक युगल गीत पर अपना गायन कैरियर शुरू किया। अपने डेब्यू के बाद, उन्होंने ब्राउन बॉयज़ के साथ विभिन्न ट्रैकों के लिए सहयोग किया, जो विनम्र जेंटल म्यूज़िकजारी किए गए थे।

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शनिवार को ही सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा को हटाया था। पहले गायक के पास करीब 10 गनमैन थे लेकिन मान सरकार ने इनकी संख्या कम कर दी थी। बताया जा रहा है कि काले रंग की गाड़ी में सवार दो हत्यारों ने वारदात को अंजाम दिया है।

सिद्धू मूसेवाला ने पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से कांग्रेस के टिकट पर आम आदमी पार्टी के डॉ. विजय सिंगला के खिलाफ चुनाव लड़ा था। मूसेवाला हार गए थे और उन्हें हराने वाले विजय सिंगला राज्य के सेहत मंत्री बने थे। हाल ही में CM भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें पद से बर्खास्त किया था।

सिद्धू मूसेवाला ने कल ही अपने वकील से बात की थी। जिसमें उन्होंने जान का खतरा बताया था। मूसेवाला ने कहा था कि पंजाब सरकार ने अचानक बिना कोई नोटिस दिए उनकी सुरक्षा घटा दी है। ऐसे में इसके लिए कोई दूसरा इंतजाम करना होगा।

उल्लेखनीय है कि सिद्धू मूसे वाला इन पंजाब चुनावों में कॉन्ग्रेस की टिकट पर मानसा से चुनाव लड़े थे और आप के उम्मीदवार को 63000 वोटो से हराया था। इसके अलावा वह पिछले माह अपने नए गाने बलि का बकरा में आप समर्थकों को निशाना बनाकर भी विवाद में आए थे। इस गाने में उन्होंने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को गद्दार कहा था। इसके अलावा पिछले साल वह एके-47 के साथ दिखे थे तब भी उनके विरुद्ध एफआईआर हुई थी। मूसे वाला को लोग खालिस्तानी प्रशंसक के तौर पर भी जानते हैं।

सिद्धू मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था और वह मानसा जिले के मूसा गाँव के रहने वाले थे। मूसेवाला पर अपने गानों में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहने के दौरान मूसेवाला पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। साथ ही कई अन्य मामलों में वह आरोपित पाए गए थे। पिछले साल कॉन्ग्रेस में शामिल होते हुए उन्होंने कहा था कि वह ‘पंजाबियों की आवाज उठाने’ के लिए राजनीति में आए हैं।