पंजाब में 23 किसान यूनियनों का आज से हल्ला-बोल, पुलिस ने चंडीगढ़-मोहाली बार्डर किया सील

दोपहर में किसान चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री निवास घेरने के लिए रवाना होंगे। किसान जत्थेबंदियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह सी.एम. हाउस के बाहर पक्का धरना लगाएंगे। किसान गुरुद्वारा अम्ब साहिब के बाहर खुले मैदान में ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर मौजूद हैं। फिलहाल किसान जत्थेबंदियों की मीटिंग चल रही है। मीटिंग के बाद बड़ी संख्या में किसान इससे पहले मंगलवार को सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भगवंत मान और किसानों के बीच बैठक होनी थी, जिसमें किसानों को अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखना था। मुख्यमंत्री के साथ किसानों की बैठक रद्द कर दी गई है। इसके बाद किसान द्वारा चंडीगढ़ में सिंघू बॉर्डर जैसा मजबूत मोर्चा लगाने की तैयारी की जा रही है।

चंडीगढ़-मोहाली बार्ड पूरी तरह से पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई है। मोहाली फेज-7 वाईपीएस चौक के पास सड़क पर बैरिकेडिंग कर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़: 

सीएम भगवंत मान की पंजाब के 23 किसान संगठनों से पहली मीटिंग में बड़े फैसले लिए गए थे। जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य के अलावा गेहूं के नुकसान के बदले 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस का भरोसा दिया गया। यह मीटिंग क्रॉप डायवर्सिफिकेशन के तहत बुलाई गई थी। भगवंत मान की इस मीटिंग में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले किसान नेताओं को नहीं बुलाया गया। जिनमें सबसे बड़ा नाम बलबीर सिंह राजेवाल का है। इसके अलावा कुल 22 संगठनों ने चुनाव में उनकी हिमायत की थी। हालांकि वह एक भी सीट नहीं जीत सके। खुद राजेवाल भी समराला सीट से बुरी तरह हार गए।

संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल 23 यूनियन आज से चंडीगढ़ में गेहूं की फसल पर बोनस की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन ‘पक्का मोर्चा’ शुरू करेंगे। इसके अलावा किसान संगठन 10 जून से धान की रोपाई पर अड़े हुए हैं। जबकि सरकार ने यह तिथि 18 जून निर्धारित कर रखी है। किसान संगठनों के कार्यकर्ता मोहाली में गुरुद्वारा अम्ब साहिब में इकट्ठा होंगे और अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने के लिए चंडीगढ़ कूच करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि यह विरोध प्रदर्शन, दिल्ली में साल भर चले आंदोलन की तर्ज पर शुरू किया जा रहा है। किसानों की पंजाब सरकार से साथ अपनी मांगों को लेकर हुई चर्चा विफल हो चुकी है।

मोहाली के गुरुद्वारा अम्ब साहिब में मंगलवार को इकट्ठे हुए किसान जत्थेबंदियों द्वारा चंडीगढ़ में एक मजबूत मोर्चा लगाने की तैयारी कर ली गई है। हालांकि इन किसानों को रोकने के लिए मोहाली और चंडीगढ़ पुलिस द्वारा वाई.पी.एस. चौक के नजदीक चंडीगढ़-मोहाली बैरियर पर सख्त बैरिकेडिंग लगाई गई है। अब किसान अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ का रुख करेंगे। चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पूरी तरह से पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई है।

भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है और पानी की बौछारों से सड़क को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इसके अलावा मोहाली और चंडीगढ़ की ओर जाने वाली कई अन्य सड़कों पर भी पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। ऐसे में लोगों को चंडीगढ़ से मोहाली की तरफ जाने वाले रास्तों से गुजरने के लिए परेशानी हो सकती है। बता दें संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल पंजाब की 23 किसान जत्थेबंदियों के पदाधिकारियों ने ऑनलाइन बैठक करके मंगलवार 17 मई मंगलवार को किए जाने वाले चंडीगढ़ ट्रैक्टर मार्च तथा यहा पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान किया था। किसान जत्थेबंदियां अपनी 13 मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दे रही हैं। 

मोहाली के गुरुद्वारा अम्ब साहिब में मंगलवार को इकट्ठे हुए किसान जत्थेबंदियों द्वारा चंडीगढ़ में एक मजबूत मोर्चा लगाने की तैयारी

बता दें कि किसान जत्थेबंदियां अपनी 13 मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दे रही हैं। दोपहर बाद किसान चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री निवास घेरने के लिए रवाना हुए। किसान जत्थेबंदियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह सीएम हाउस के बाहर पक्का धरना लगाएंगे। किसान गुरुद्वारा अंब साहिब के बाहर खुले मैदान में ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर पहुंचे।

अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक सीएम ऑफिस से किसानों को मिलने का समय दिया गया था। बात न बनने पर 23 जत्थेबंदियों के नेता मेमोरेंडम देने के लिए चंडीगढ़ जा रहे हैं, लेकिन चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर यूटी पुलिस द्वारा उन्हें रोकने के पूरे बंदोबस्त किए हुए हैं।

किसान जत्थेबंदियों का कहना है कि मोहाली आइटी सिटी से कुराली तक बन रहे नेशनल हाईवे में किसानों की एक्वायर की जमीनों का जिस तरह से मुआवजा तय किया गया था, उसमें बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। इसलिए जब तक सरकार इसकी इंक्वायरी नहीं करवाती तब तक सरकार और किसानों में कोई फैसला नहीं होगा। रोड किसान कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से किसान अधिकारियों के साथ मीटिंग करते आ रहे हैं लेकिन प्रशासन उनकी बात सुनने की बजाय अपनी मनमानी उन पर थोप रही है। इसे किसान बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह अब चंडीगढ़ में पंजाब सरकार को किसानों के संघर्ष का सामना करना पड़ेगा।

चंडीगढ़ मोहाली बॉर्डर पर किसानों को रोकर खड़ी पुलिस

किसानों की विशाल धरने की कॉल के बाद पुलिस ने लोगों की परेशानी को देखते हुए रूट डायवर्ट कर दिया है। किसान अंब साहिब गुरुद्वारा साहब के बाहर इकट्ठा हुए हैं। गुरुद्वारा सिंह शहीदां से आने वाला रूट सेक्टर-70 लाइट प्वाइंट से फेज- 5 की तरफ डायवर्ट कर दिया है। इसी तरह फेज- 10 से फेज- 7 की ओर आने वाला रूट भी पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड की तरफ से डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं चंडीगढ़ से मोहाली को आने वाला रूट भी डायवर्ट करके सेक्टर-52 की तरफ से ट्रैफिक निकाला जा रहा है। वहीं 3बी2 से फेज-10 को जाने वाला रूट भी डायवर्ट कर सेक्टर -70 की तरफ ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।