कॉंग्रेस के चिंतन शिविर में ‘हार्दिक’ की अनुपस्थिति से कॉंग्रेस चिंतन में
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के करीबी सूत्रों के मुताबिक उन्हें उदयपुर आने का न्यौता दिया गया था। हालांकि कांग्रेस ने देश के अन्य प्रदेशों के कार्यकारी अध्यक्षों को चिंतन शिविर में आमंत्रित नहीं किया है। चिंतन शिविर में शामिल कुल 430 प्रतिनिधियों में युवा नेता कन्हैया कुमार का नाम भी है। लंबे समय से उपेक्षित चल रहे वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी भी चिंतन शिविर में मौजूद हैं।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, राजस्थान/चंडीगढ़ :
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों पर पूछे गये सवाल का जवाब दिया। उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं देते हुए पत्रकारों के सामने ही एक सवाल दाग दिय। . साथ ही कहा कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा की वजह से वह परेशान नहीं हैं। वह राज्य के कांग्रेस नेताओं की वजह से परेशान हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों गुजरात दौरे पर राहुल गांधी से ना मिल पाने को लेकर हार्दिक पटेल ने कहा था कि राहुल को पांच घंटे के भीतर कई नेताओं से मिलना था। उन्होंने ये भी कहा था कि 15 दिन पहले राहुल गांधी ने उन्हें संदेश भेजा था कि वक्त मिलते ही वो उनसे बात करेंगे। हार्दिक पटेल के चिंतन शिविर में हिस्सा ना लेने को लेकर राजनीतिक गलियारों में उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई है। पिछले दिनों गुजरात सरकार ने हार्दिक पटेल के खिलाफ केस वापस लेने का फैसला किया था।
कांग्रेस पिछले 8 सालों से लगातार एक के बाद एक करके लोकसभा से लेकर विधानसभा के चुनावों में लगातार शिकस्त खा रही है। आखिर क्या वजह से जो देश की इतनी बड़ी पार्टी जिसने 60 साल से भी ज्यादा समय देश पर राज किया एकदम से हार रही है ? इस बात को लेकर राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया ह। . इस बार कांग्रेस का पूरा ध्यान संगठन में बदलाव और अगले लोकसभा चुनाव की कार्ययोजना पर होगा। नाराज चल रहे गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल न्यौते के बावजूद कांग्रेस के चिंतन शिविर में नहीं पहुंचे। उनके अलावा जी-23 नेता कपिल सिब्बल भी इस चिंतन शिविर में नहीं पहुंचे हैं।
यह चिंतन शिविर तीन दिनों तक चलेगा जिसमें आज और कल शाम तक विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग समूहों में चर्चाओं का दौर चलेगा। फिर जो प्रस्ताव तैयार होगा उस पर 15 मई को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में मुहर लगाई जाएगी। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा है कि 19 साल बाद कांग्रेस ऐसा चिंतन शिविर कर रही है, अच्छा कदम है। सभी लोगों को अपनी राय बिना हिचक रखने का मौका मिलना चाहिए। वहीं आपको बता दें कि इस चिंतन शिविर में पार्टी अध्यक्ष को लेकर चर्चा नहीं होगी लेकिन बड़ी जानकारी ये सामने आई है कि राहुल गांधी पार्टी को दोबारा कमान संभालने पर गंभीरता से विचार किया जा सकता है।